नई शिक्षा नीति का असर: सरकारी आदेश जारी
रायपुर। भारत सरकार ने बेसिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से पांचवीं और आठवीं कक्षा में जनरल प्रमोशन को समाप्त करने का आदेश जारी किया है। इसके अनुसार, पहली बार परीक्षा में फेल होने पर एक और मौका मिलेगा, लेकिन दूसरी बार फेल होने पर छात्र को उसी कक्षा में दोबारा पढ़ाई करनी होगी। यह नियम केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय में पहले से लागू हो चुका है। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा: पांचवीं और आठवीं में जनरल प्रमोशन बंद, फेल होने पर दोबारा पढ़ाई का आदेश…
राज्य के स्कूलों की स्थिति पर सवाल
छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में, जहां 300 से अधिक स्कूल बिना शिक्षक और 5484 स्कूल केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं, यह नई नीति शिक्षा के स्तर पर कई सवाल खड़े करती है।
- 5484 सिंगल-टीचर स्कूल:
प्राथमिक और मिडिल स्कूलों में शिक्षक नियुक्ति की भारी कमी है। मिडिल स्कूलों में 231 स्कूल सिंगल-टीचर के भरोसे हैं, जबकि 45 स्कूलों में कोई भी शिक्षक नहीं है। प्राथमिक स्कूलों में 5484 स्कूलों में केवल एक शिक्षक पढ़ा रहे हैं। - अतिशेष शिक्षक:
रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग जैसे बड़े शहरों में लगभग 7300 शिक्षक अतिशेष हैं। इन शिक्षकों ने सिफारिश और एप्रोच के बल पर पोस्टिंग तो करवा ली, लेकिन आवश्यकता से अधिक होने के कारण ये शिक्षक स्कूलों में बिना काम के बैठे हैं। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा: पांचवीं और आठवीं में जनरल प्रमोशन बंद, फेल होने पर दोबारा पढ़ाई का आदेश…
सरकारी खजाने पर भारी बोझ
राज्य में लगभग 13,000 शिक्षक बिना काम के हर महीने 82 करोड़ रुपये वेतन पा रहे हैं। इनमें से अधिकांश शिक्षक ऐसे स्कूलों में नियुक्त हैं जहां छात्रों की संख्या 10 से भी कम है। कई स्कूलों में मात्र 2-5 छात्रों के लिए 2-3 शिक्षक नियुक्त हैं। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा: पांचवीं और आठवीं में जनरल प्रमोशन बंद, फेल होने पर दोबारा पढ़ाई का आदेश…
स्कूलों के युक्तिकरण की आवश्यकता
शिक्षा विभाग ने ऐसे स्कूलों को पास के बड़े स्कूलों में मर्ज करने का सुझाव दिया था। इससे न केवल शिक्षा में सुधार होगा, बल्कि सरकारी खजाने पर भी बोझ कम होगा। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा: पांचवीं और आठवीं में जनरल प्रमोशन बंद, फेल होने पर दोबारा पढ़ाई का आदेश…
शिक्षाविदों की राय
शिक्षाविदों का मानना है कि दो बार परीक्षा देने के बाद भी छात्रों को फेल न करना, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में उचित कदम नहीं है। जब फेल होने का डर नहीं होगा, तो पढ़ाई की प्रेरणा कम हो सकती है। छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा: पांचवीं और आठवीं में जनरल प्रमोशन बंद, फेल होने पर दोबारा पढ़ाई का आदेश…