Crime Rate in Delhi: चुनाव प्रचार के बीच अपराध का मुद्दा गर्म, दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव (Delhi Chunav 2025) की तारीखें करीब हैं। 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को नतीजों की घोषणा होने वाली है। इसी बीच राजनीति तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार भारतीय जनता पार्टी (BJP) और केंद्र सरकार को दिल्ली में बढ़ते अपराधों को लेकर घेरने की कोशिश कर रही है। लेकिन दिल्ली पुलिस के हालिया आंकड़े कुछ अलग तस्वीर पेश करते हैं।
क्या अपराध की राजधानी बन गई है दिल्ली?
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी किए गए अपराध के आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ सालों में अपराध के मामलों में कमी आई है। हालांकि, आम आदमी पार्टी (AAP) लगातार बीजेपी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर कानून-व्यवस्था को लेकर निशाना साध रही है। सवाल उठता है कि क्या दिल्ली अपराध की राजधानी है, या आंकड़े एक अलग ही कहानी बता रहे हैं?
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों में अपराध का हाल
दिल्ली पुलिस के 2024 के आंकड़ों के मुताबिक:
- हत्या के मामले: 2023 में 506 और 2024 में घटकर 504 हो गए।
- लूट के मामले: 2023 में 1654 और 2024 में 1510 रह गए।
- छेड़छाड़ के मामले: 2023 में 2345 से घटकर 2024 में 2037 हो गए।
- रेप के मामले: 2023 में 2141 थे, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 2076 हो गया।
- स्नैचिंग के मामले: 2023 में 7886 से घटकर 2024 में 6493 हो गए।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दिल्ली में अपराध के मामलों में गिरावट देखी गई है।
दिल्ली चुनाव 2025: अपराध बना बड़ा मुद्दा
चुनाव प्रचार के दौरान, कानून-व्यवस्था का मुद्दा चर्चा का केंद्र बन गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) इसे बीजेपी के खिलाफ हथियार बना रही है, लेकिन ताजा आंकड़े उनके दावों को कमजोर करते नजर आ रहे हैं।
क्या कहते हैं पिछले चुनाव के नतीजे?
2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी केवल 8 सीटों पर सिमट गई थी, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। अब देखना होगा कि 2025 में जनता का जनादेश किसके पक्ष में जाएगा।
अपराध दर में गिरावट: सच्चाई या चुनावी आंकड़े?
दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 5 वर्षों में हत्या, लूट, छेड़छाड़ और रेप के मामलों में कमी आई है। लेकिन क्या ये आंकड़े जनता के बीच दिल्ली की सुरक्षा को लेकर भरोसा बहाल कर पाएंगे?