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China में ट्रेंड कर रहा ‘Man Mum’ कांसेप्ट: आखिर क्यों अजनबी पुरुष से गले लगने को तरस रही हैं महिलाएं? जानें इस इमोशनल थेरेपी के पीछे की वजह….

बीजिंग/चीन: चीन में इन दिनों ‘मैन मम’ नाम का एक अनोखा ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है। यह कांसेप्ट महिलाओं को मानसिक और भावनात्मक सुकून देने का काम कर रहा है। इसमें ताकतवर पुरुष महज 5 मिनट के लिए महिलाओं को गले लगाते हैं, ताकि उन्हें “माँ जैसी” सुरक्षा और अपनापन महसूस हो। खास बात यह है कि इन महिलाओं के पास पैसा, सफलता और सोशल नेटवर्क है, लेकिन कोई ऐसा नहीं है जो उन्हें गले लगाकर बिना शर्त सुकून दे सके।

क्या है ‘Man Mum’ कांसेप्ट?

‘मैन मम’ वे पुरुष होते हैं जो मजबूत शारीरिक कद-काठी वाले होते हैं और जिनका काम होता है कि वे किसी महिला को कुछ समय के लिए गले लगाकर उसकी मानसिक थकान को कम करें। ये पुरुष किसी रिश्ते या रोमांटिक इंटेंशन के बजाय सिर्फ “माँ जैसा स्नेह” देने के लिए होते हैं।

गले लगने से मिलता है सुकून, क्यों है Hug थेरेपी जैसा?

वैज्ञानिक शोधों के मुताबिक, जब कोई व्यक्ति गले लगता है, तो शरीर में ऑक्सिटोसिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। वहीं तनाव हार्मोन कोर्टिसोल की मात्रा घट जाती है। इससे व्यक्ति को मानसिक राहत मिलती है, तनाव और अकेलेपन की भावना कम हो जाती है।

कहां होते हैं ये Hug Sessions?

महिलाएं आमतौर पर मेट्रो स्टेशन, मॉल या पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों पर इन मैन मम से मिलती हैं। ये गले लगाना पूरी तरह प्रोफेशनल और सीमित समय के लिए होता है। कोई जवाबदेही नहीं, कोई रिलेशनशिप नहीं – बस कुछ पल का भावनात्मक जुड़ाव।

जापान में भी मौजूद हैं Hug कैफे

जैसे चीन में मैन मम चलन में हैं, वैसे ही जापान में भी ऐसे कैफे हैं जहां लोग शुल्क देकर अजनबियों को गले लगाते हैं। वहां 20 मिनट से लेकर पूरी रात तक Hug Sessions बुक किए जा सकते हैं।

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कांसेप्ट क्या संकेत देता है?

मैन मम’ ट्रेंड बताता है कि आज की डिजिटल हाइपर-कनेक्टेड दुनिया में इंसान जितना दिखने में व्यस्त है, उतना ही भीतर से अकेला है। पैसा, करियर और टेक्नोलॉजी के इस युग में भी इंसान को अभी भी स्नेह, अपनापन और स्पर्श की जरूरत है।

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बालोद, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक बहू ने मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर अपनी सास की बेरहमी से हत्या कर दी। मामला ग्राम बघमरा का है, जहां 8 साल से संतान न होने के चलते सास बहू को “बांझ” कहती थी और बेटे को दूसरी शादी के लिए उकसाती थी। लगातार अपमान और तानों से परेशान होकर बहू ने गुस्से में आकर कुल्हाड़ी से हमला कर सास को मौत के घाट उतार दिया।

मृतका का नाम: गीता देवांगन

आरोपी बहू: खिलेश्वरी देवांगन

घटना की तारीख: 10 जून 2025

स्थान: ग्राम बघमरा, थाना बालोद

पुलिस जांच और कबूलनामाः

10 जून को पुलिस को सूचना मिली कि गीता देवांगन की लाश खून से लथपथ हालत में उनके घर में पड़ी है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की। पूछताछ के दौरान संदेह के घेरे में आई बहू खिलेश्वरी देवांगन ने अपना अपराध कबूल कर लिया।

न्यायिक कार्रवाई:

आरोपी बहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है। मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।

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सामाजिक संदेश:

यह घटना घरेलू मानसिक उत्पीड़न की गंभीरता को दर्शाती है, जहां अपमान और तानों की आग ने रिश्तों को ही लहूलुहान कर दिया।

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अहमदाबाद विमान हादसा: 265 की मौत, एक की चमत्कारी बचत

अहमदाबाद – गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में हुआ Air India विमान दुर्घटना पूरे देश को हिला देने वाली घटना बन गई है। टेकऑफ के दौरान विमान का संतुलन बिगड़ गया और वह तेज रफ्तार में सीधे एक अस्पताल के हॉस्टल भवन से टकरा गया। हादसे में 265 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई। लेकिन इस तबाही के बीच, एकमात्र जीवित बचे यात्री रमेश विश्वास कुमार ने अपनी आपबीती बयां की है, जिसने हर किसी को भावुक कर दिया।

“5 सेकंड का सन्नाटा… फिर एक धमाका और आग की लपटें” – रमेश विश्वास

बचाव के बाद अस्पताल में भर्ती रमेश विश्वास कुमार ने न्यूज़ चैनल को इंटरव्यू देते हुए कहा:

“प्लेन जैसे ही रनवे पर तेज हुआ, कुछ अजीब-सा महसूस हुआ। 5-10 सेकंड के लिए सब थम गया। फिर ग्रीन और व्हाइट लाइट्स जल उठीं और विमान जैसे जबरदस्त स्पीड से उड़ा। अगले पल वो सीधा बिल्डिंग में घुस गया।”

उन्होंने बताया कि उनकी सीट विमान के निचले हिस्से में थी, जो टक्कर के दौरान नीचे की ओर दब गई, जिससे वह किसी तरह बाहर निकल पाए। ऊपरी हिस्से में आग भड़क गई, लोग फंसे रह गए और सबकुछ जलता हुआ देखा।

मेरे सामने सबकुछ जल रहा था…”

रमेश ने बताया,

“मेरी आंखों के सामने दो एयर होस्टेस, एक अंकल-आंटी और कई यात्री जिंदा जलते रह गए। दरवाजे का हिस्सा टूट गया था, मैंने वहीं से बाहर निकलने की कोशिश की। कुछ सेकंड और रुकता तो शायद मैं भी…”

उनका बायां हाथ बुरी तरह जल गया, लेकिन चमत्कारिक रूप से उनकी जान बच गई

PM मोदी ने अस्पताल पहुंचकर जाना हालचाल

इस दर्दनाक हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल पहुंचकर रमेश विश्वास कुमार से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने पूरे देश की ओर से हिम्मत और साहस के लिए रमेश की सराहना की।

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देश भर में शोक की लहर

  • हादसे के बाद राष्ट्रीय स्तर पर शोक घोषित किया गया है।

  • एयर इंडिया और DGCA ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।

  • कई देशों से भी इस घटना को लेकर संवेदनाएं प्रकट की गई हैं।

https://x.com/PBSHABD/status/1933403555991597252

छत्तीसगढ़ में फिर बढ़ा कोरोना का खतरा: 7 जिलों से सामने आए 12 नए केस, राजधानी सबसे अधिक प्रभावित…

रायपुर/ छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर चिंता बढ़ा रही है। प्रदेश के 7 जिलों में आज कुल 12 नए कोरोना पॉजिटिव केस दर्ज किए गए हैं। रायपुर जिले में सबसे ज्यादा 6 नए मरीज मिले हैं, जबकि बिलासपुर से 4 और दुर्ग जिले से 2 नए मामले सामने आए हैं। यह आंकड़े राज्य कोरोना कंट्रोल एवं डिमांड सेंटर से प्राप्त हुए हैं।

जिलेवार कोरोना के ताजा आंकड़े

जिला नए मरीज
रायपुर 6
बिलासपुर 4
दुर्ग 2

कुल नए संक्रमित: 12

15 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे

आज ही 15 संक्रमितों ने कोरोना को मात दी है और स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। इससे अब तक की कुल रिकवरी संख्या 45 तक पहुंच गई है।

एक्टिव मरीजों की स्थिति

  • कुल सक्रिय मरीज: 42

  • होम आइसोलेशन में मरीज: 35

  • सामान्य वार्ड में भर्ती: 6

  • आईसीयू में भर्ती मरीज: 1

स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने, भीड़भाड़ से बचने और मास्क पहनने की अपील की है।

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कोरोना को हल्के में न लें: स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी

विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना के मामले अभी भले ही कम हैं, लेकिन लक्षण दिखते ही टेस्ट करवाना और समय पर आइसोलेशन बेहद ज़रूरी है। खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

महिला एवं बाल विकास विभाग में संविदा पदों पर भर्ती: 21 जून तक भेजें दावा-आपत्ति, अवकाश में भी मान्य…

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही/ महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में सखी वन स्टॉप सेंटर, महिला सशक्तिकरण केंद्र और मिशन वात्सल्य योजना के तहत संचालित विभिन्न यूनिटों – जैसे चाइल्ड हेल्पलाइन, बाल संरक्षण इकाई, किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समिति में संविदा पदों पर नियुक्ति हेतु जारी भर्ती प्रक्रिया में अनंतिम दावा-आपत्ति आमंत्रित की गई है।

दावा-आपत्ति दर्ज करने की अंतिम तिथि और माध्यम

  • दावा-आपत्ति जमा करने की अंतिम तिथि:
    21 जून 2025, शाम 5:30 बजे तक

  • स्वीकार्य माध्यम:
    केवल पंजीकृत डाक, स्पीड पोस्ट या कोरियर के जरिए

  • पता:
    कार्यालय – जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी,
    महिला एवं बाल विकास विभाग, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – 495117

  • विशेष बात: अवकाश के दिनों में भी दावा-आपत्ति स्वीकार किए जाएंगे।

सूची कहां देखें?

  • अनंतिम सूची उपलब्ध है:

महत्वपूर्ण जानकारी उम्मीदवारों के लिए

  • यदि किसी उम्मीदवार को चयन सूची या पात्रता स्थिति में त्रुटि लगती है तो वे निर्धारित समयसीमा के भीतर दावे/आपत्तियां दर्ज कर सकते हैं।

  • सभी दस्तावेज प्रमाण सहित भेजें ताकि उनका मूल्यांकन सही तरीके से किया जा सके।

एनएमडीसी लिमिटेड में तकनीकी पदों पर बंपर भर्ती: 14 जून तक करें ऑनलाइन आवेदन, युवाओं को सुनहरा मौका…

यह प्रक्रिया क्यों महत्वपूर्ण है?

  • पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती सुनिश्चित करने हेतु

  • महिलाओं और बच्चों से संबंधित योजनाओं के संचालन के लिए उपयुक्त मानव संसाधन की नियुक्ति

  • स्थानीय अभ्यर्थियों को सामाजिक कार्यों में भूमिका निभाने का अवसर

एनएमडीसी लिमिटेड में तकनीकी पदों पर बंपर भर्ती: 14 जून तक करें ऑनलाइन आवेदन, युवाओं को सुनहरा मौका…

दंतेवाड़ा/ भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन कार्यरत नवरत्न सार्वजनिक उपक्रम एनएमडीसी लिमिटेड ने किरंदुल, बचेली (छत्तीसगढ़) और डोनिमलाई (कर्नाटक) स्थित लौह अयस्क खदानों में विभिन्न तकनीकी पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह भर्ती प्रक्रिया स्थानीय युवाओं को तकनीकी रोजगार देने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

इन पदों पर होगी भर्ती – पदों की संख्या और योग्यता

भर्ती के तहत अलग-अलग कॉम्प्लेक्स में फील्ड अटेंडेंट, मेंटेनेंस असिस्टेंट, एचईएम ऑपरेटर, इलेक्ट्रिशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स टेक्नीशियन, एमसीओ, क्यूसीए, ब्लास्टर जैसे तकनीकी प्रशिक्षु पदों पर कुल सैकड़ों रिक्तियां उपलब्ध हैं।

मुख्य पदों की जानकारी (चयनित उदाहरण):

  • फील्ड अटेंडेंट (ट्रेनी) – न्यूनतम योग्यता मिडिल पास या आईटीआई

  • मेंटेनेंस असिस्टेंट (मैकेनिकल/इलेक्ट्रॉनिक) – संबंधित ट्रेड में आईटीआई

  • इलेक्ट्रिशियन ग्रेड-3 – इलेक्ट्रिकल डिप्लोमा और इंस्टालेशन सर्टिफिकेट

  • एचईएम ऑपरेटर ग्रेड-3 – मैकेनिकल/ऑटोमोबाइल डिप्लोमा + वैध भारी वाहन लाइसेंस

  • क्यूसीए ग्रेड-3 – बीएससी (रसायन/भूविज्ञान) + एक वर्ष का अनुभव

नोट: केवल वही अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं जिनकी शैक्षणिक योग्यता निर्धारित सीमा के भीतर है। अधिक योग्यता वाले उम्मीदवार आवेदन के लिए पात्र नहीं होंगे।

आवेदन की प्रक्रिया और अंतिम तिथि

  • आवेदन केवल एनएमडीसी की आधिकारिक वेबसाइट
    🔗 www.nmdc.co.in के “Career” सेक्शन से ऑनलाइन किया जा सकता है।

  • ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 14 जून 2025, रात 11:59 बजे तक

  • कोई भी त्रुटि या स्पष्टीकरण केवल वेबसाइट पर ही प्रकाशित किया जाएगा।

कलेक्टर की अपील: इस अवसर का उठाएं लाभ

दंतेवाड़ा कलेक्टर श्री कुणाल दुदावत ने जिले के युवाओं से अपील की है कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और एनएमडीसी की भर्ती प्रक्रिया में अधिक संख्या में भाग लें। यह पहल जिले में स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को बढ़ावा देने वाली है।

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यह भर्ती क्यों है खास?

  • भारत की अग्रणी खनन कंपनी में नौकरी का मौका

  • स्थायी, तकनीकी और प्रशिक्षु पद

  • किरंदुल, बचेली जैसे स्थानीय खदान क्षेत्रों में नियुक्ति

  • योग्य आईटीआई/डिप्लोमा धारकों के लिए विशेष अवसर

छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज: इन 7 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बिजली गिरने की चेतावनी भी जारी…

रायपुर/ छत्तीसगढ़ में मानसून से पहले ही मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आज शुक्रवार को राज्य के कई जिलों में तेज गर्जना के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में आकाशीय बिजली गिरने की भी चेतावनी जारी की गई है।

इन जिलों में हो सकती है जमकर बारिश

मौसम विभाग ने रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, बालोद और दंतेवाड़ा जिलों में तेज बारिश के साथ बिजली गिरने की संभावना जताई है। इन इलाकों में अगले 48 घंटे तक सतर्कता बरतने की अपील की गई है।

तापमान में भी गिरावट दर्ज

राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश के कारण अगले दो दिनों में तापमान में 1 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट देखी जा सकती है। रायपुर में अधिकतम तापमान 35°C और न्यूनतम 22°C के आस-पास रहने का अनुमान है। शाम होते-होते गहरी घटाएं और तेज वर्षा हो सकती है।

मानसून के आगमन में अभी देरी

हालांकि प्रदेश में बारिश शुरू हो गई है, लेकिन वास्तविक मानसून के प्रवेश में अभी 3-4 दिन का समय और लग सकता है, मौसम वैज्ञानिकों का कहना है। फिलहाल यह पूर्व मानसून की सक्रियता है जो प्रदेश में बारिश का कारण बन रही है।

दर्दनाक हादसा: मासूम की नदी में डूबने से मौत, पुरे गांव में पसरा मातम….

सावधानी बरतने की अपील

मौसम विभाग ने किसानों, यात्रियों और आम नागरिकों से अपील की है कि वे मौसम अपडेट पर ध्यान दें और बिजली गिरने की आशंका वाले क्षेत्रों में खुले स्थानों से दूर रहें

छत्तीसगढ़ में बंद ऋतु घोषित: 16 जून से 15 अगस्त तक मत्स्याखेट पर प्रतिबंध, जाने कहां-कहां लागू होगा प्रतिबंध?…

नारायणपुर/ मछलियों की प्रजनन और वंश वृद्धि के महत्वपूर्ण समय यानी वर्षा ऋतु में उन्हें संरक्षण देने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन ने एक अहम निर्णय लिया है। 16 जून से 15 अगस्त 2025 तक पूरे राज्य में मत्स्याखेट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। इस अवधि को ‘बंद ऋतु’ (Close Season) के रूप में घोषित किया गया है।

कहां-कहां लागू होगा प्रतिबंध?

राज्य के सभी नदी-नालों, जलाशयों और प्राकृतिक जल स्रोतों में यह नियम प्रभावी रहेगा। हालांकि, यह प्रतिबंध उन तालाबों और जल स्रोतों पर लागू नहीं होगा, जिनका किसी नदी या नाले से कोई संबंध नहीं है। इसके अलावा, जलाशयों में चल रहे केज कल्चर (फिश फार्मिंग) पर भी यह नियम लागू नहीं होगा।

उल्लंघन पर कड़ी सजा का प्रावधान

छत्तीसगढ़ मत्स्य क्षेत्र संशोधित अधिनियम के नियम-3(5) के तहत, नियमों का उल्लंघन करने पर एक वर्ष तक का कारावास, या 10,000 रुपये तक का जुर्माना, या दोनों सजाएं एक साथ भी दी जा सकती हैं। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

क्यों जरूरी है यह बंद ऋतु?

  • वर्षा के मौसम में मछलियां अंडे देती हैं और वंश वृद्धि करती हैं।

  • इस समय उन्हें पकड़ा जाना प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ सकता है

  • मछली पालकों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए भविष्य की आजीविका बचाने का प्रयास है।

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प्रशासन की अपील

राज्य शासन ने मछुआरों और संबंधित लोगों से नियमों का पालन करने और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा में सहयोग देने की अपील की है। यह बंद ऋतु भविष्य की सतत मछली उत्पादन और पारिस्थितिक संतुलन के लिए बेहद जरूरी है।

हैवानियत की हदें पार: खेत में नुकसान के शक में ग्रामीण ने मासूम को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटा…

छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के लाखझर गांव में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। खेत में नुकसान पहुंचाने और पुआल जलाने के शक के आधार पर एक ग्रामीण ने एक मासूम बच्चे को पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और अब प्रशासन पर कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है

बिना प्रमाण के दी गई क्रूर सजा

गांव के ही किसान करमु राम ने नाबालिग बालक पर बिना किसी ठोस सबूत के आरोप लगाया और पेड़ से बांधकर डंडों से पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बच्चा घंटों तक पेड़ से बंधा रहा, और आरोपी ने इस कृत्य की तस्वीरें पंचायत विकास समिति व्हाट्सऐप ग्रुप में शेयर कर दीं।

परिजनों ने बचाया, इलाज जारी

परिजनों को जब इस अमानवीय घटना की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे और बच्चे को मुक्त कराया। आरोपी से किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति टालने के लिए क्षति पूर्ति का वादा भी किया गया। बच्चे को तत्काल स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है।

सवालों के घेरे में पंचायत और पुलिस

इस घटना ने गांव की पंचायत और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। व्हाट्सऐप ग्रुप में वीडियो वायरल होने के बावजूद, समय पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों में गुस्सा और नाराजगी व्याप्त है, और वे आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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मासूमों पर अत्याचार पर सख्ती जरूरी

इस तरह की घटनाएं ग्रामीण समाज में कानून से ऊपर खुद को समझने की प्रवृत्ति को दर्शाती हैं। बच्चों के साथ इस तरह का नृशंस व्यवहार किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है और ऐसे मामलों में तत्काल सख्त कार्रवाई जरूरी है

रायगढ़ पीएम आवास योजना में प्रदेश में बना अग्रणी जिला…

अस्थायी झोपड़ी से पक्के घर तक का सफर, रायगढ़ की मिसाल पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा

रायपुर – छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 2024-25 में 20,000 से अधिक पक्के मकानों का निर्माण कर प्रदेश में नया रिकॉर्ड कायम किया है। यह सफलता न केवल एक सरकारी आंकड़ा है, बल्कि हजारों गरीब परिवारों के सपनों की हकीकत भी है।

रायगढ़ कैसे बना योजना में अग्रणी जिला?

  • 20,067 घरों का निर्माण कार्य पूर्ण

  • 52,226 मकानों की स्वीकृति, जिनमें से

    • 40,152 की जिओ टैगिंग पूर्ण

    • 38,446 हितग्राहियों को द्वितीय किश्त जारी

इस सफलता का श्रेय कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव की नेतृत्व क्षमता को जाता है, जिन्होंने मिशन मोड में कार्य कर हर स्तर पर निगरानी रखी।

क्यों खास है रायगढ़ मॉडल?

  • नियमित फील्ड विजिट्स

  • हितग्राहियों से संवाद और समस्याओं का त्वरित समाधान

  • समय पर किश्तों का भुगतान और तकनीकी मार्गदर्शन

  • जनभागीदारी और प्रशासन की सहभागिता

इन रणनीतियों से न केवल निर्माण कार्य तेज़ हुआ, बल्कि हितग्राहियों का आत्मविश्वास भी बढ़ा।

क्या कहते हैं लाभार्थी?

लाभार्थियों के अनुसार—

“पहले टपकती छत और मिट्टी की दीवारों में जीना मजबूरी थी। अब पक्के घर में चैन की नींद आती है। बच्चों की पढ़ाई से लेकर स्वास्थ्य तक, हर चीज़ में सुधार आया है।”

भीषण विमान हादसा: टेकऑफ के कुछ मिनट बाद क्रैश हुआ एयर इंडिया का विमान, 240 से अधिक यात्री सवार…

पूरे प्रदेश के लिए बनी प्रेरणा

रायगढ़ की यह उपलब्धि दिखाती है कि सुनियोजित प्रयास, सक्रिय नेतृत्व और जनसहभागिता से कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं। अब रायगढ़ अन्य जिलों के लिए एक रोल मॉडल बनकर उभर रहा है।