दुर्ग : छत्तीसगढ़ राज्य के दुर्ग संभाग में सभी चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक संभागीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में संभागायुक्त श्री एस.एन. राठौर ने चिकित्सा संस्थाओं में सुरक्षा के कड़े उपायों को लागू करने के लिए निर्देश दिए। बैठक में चिकित्सा संस्थाओं में पुलिस चौकी की स्थापना, आगंतुकों पर कड़ी निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की योजना पर चर्चा की गई। चिकित्सा संस्थाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक: उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन…
संभागायुक्त का आदेश: पुलिस चौकी, सुरक्षा समिति और निगरानी
संभागायुक्त श्री राठौर ने चिकित्सा कर्मियों के लिए सुरक्षा प्रावधान पर जोर दिया और कहा कि चिकित्सा संस्थाओं में पुलिस चौकी की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा, चिकित्सा संस्थाओं में प्रवेश पर कड़ी निगरानी रखने और सुरक्षा समितियों के गठन के निर्देश भी दिए गए। इन समितियों को सुरक्षा उपायों की योजना बनाने और कार्यान्वित करने का जिम्मा सौंपा जाएगा। चिकित्सा संस्थाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक: उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन…
हिंसा रोकथाम और कानूनी सुरक्षा के उपाय
संभागायुक्त ने बैठक में यह भी निर्देश दिया कि चिकित्सा कर्मियों को कानूनी सुरक्षा के बारे में जानकारी दी जाए और इसे प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित किया जाए। इसके साथ ही हिंसा रोकथाम समिति का गठन किया जाएगा, जो चिकित्सा संस्थाओं में हिंसा की घटनाओं को रोकने के उपायों पर काम करेगी। चिकित्सा संस्थाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक: उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन…
रात्रिकालीन सुरक्षा गश्त और हेल्पलाइन नंबर 112 की व्यवस्था
संभागायुक्त ने रात्रिकालीन सुरक्षा गश्त की व्यवस्था करने और हेल्पलाइन नंबर 112 के माध्यम से किसी भी अप्रिय घटना की रिपोर्ट को तुरंत समाधान करने की व्यवस्था की बात की। इसके अलावा, सभी चिकित्सा संस्थाओं में सीसीटीवी कैमरा और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए गए। चिकित्सा संस्थाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक: उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन…
सरकारी और निजी अस्पतालों में सुरक्षा उपाय
संभागायुक्त ने 100 बिस्तर और उससे अधिक बिस्तरों वाले अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की बात कही। इसके तहत, अस्पतालों में पुलिस चौकी की स्थापना की जाएगी और सुरक्षा ऑडिट किया जाएगा। साथ ही, अस्पताल परिसर में असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी। चिकित्सा संस्थाओं की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बैठक: उच्चतम न्यायालय के आदेश का पालन…