11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

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11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन

छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले में अंधभक्ति की चौंकाने वाली घटना

छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के देवरघटा गांव में एक 11वीं कक्षा की छात्रा ने भगवान शिव के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए अपनी जीभ काटकर अर्पित कर दी। यह घटना स्थानीय लोगों के लिए एक सनसनीखेज मुद्दा बन गई है। छात्रा के इस कदम ने अंधविश्वास के मुद्दे को फिर से चर्चा में ला दिया है। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन

मंदिर में खुद को किया बंद

जीभ काटने के बाद छात्रा ने खुद को मंदिर के अंदर बंद कर लिया और साधना में लीन हो गई। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, छात्रा ने एक कागज पर संदेश लिखकर कहा है कि वह दो दिन बाद खुद बाहर आएगी।
संदेश में उसने किसी को भी मंदिर के अंदर आने से मना किया है और चेतावनी दी है कि यदि कोई अंदर घुसा, तो वह अपनी जान ले लेगी। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

इलाके में सनसनी, गांववालों का जमावड़ा

घटना की जानकारी मिलते ही गांववालों और परिजनों ने मंदिर के चारों ओर घेराबंदी कर दी। फिलहाल किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या पुलिस को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
गांववालों का कहना है कि वे छात्रा की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, लेकिन उसका मंदिर में साधना करना सभी को हैरानी में डाल रहा है। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

अंधभक्ति का गंभीर पहलू

इस घटना ने अंधविश्वास और धार्मिक कट्टरता पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं जागरूकता की कमी और अंधभक्ति की चरम सीमा को दर्शाती हैं। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

क्या है प्रशासन का कदम?

  • पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
  • छात्रा की मानसिक स्थिति को समझने के लिए मनोवैज्ञानिक सहायता की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है।
  • स्थानीय प्रशासन ने गांववालों से संयम बरतने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

अंधभक्ति के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता

इस घटना ने समाज में अंधभक्ति के मुद्दे पर चर्चा को हवा दी है। धार्मिक आस्था महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे अंधविश्वास का रूप लेना घातक हो सकता है। समाज को जागरूकता फैलाने और शिक्षा के माध्यम से ऐसे मामलों को रोकने की जरूरत है। 11वीं की छात्रा ने भगवान शंकर को श्रद्धा स्वरूप काटी अपनी जीभ, मंदिर में साधना में लीन…

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