शेयर बाजार की बढ़ती लोकप्रियता
शेयर बाजार ने पिछले कुछ महीनों में अस्थिरता के बावजूद नए निवेशकों को आकर्षित करना जारी रखा है। बाजार में गिरावट और निवेशकों को हो रहे नुकसान के बावजूद, नए निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के अनुसार, पिछले 5 महीनों में 1 करोड़ नए निवेशक बाजार से जुड़े हैं, यानी हर महीने 20 लाख निवेशक डीमैट खाते खोल रहे हैं।
11 करोड़ रजिस्टर्ड निवेशकों का आंकड़ा पार
एनएसई ने बुधवार को बताया कि उसके प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या 11 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है। पिछले पांच महीनों में 1 करोड़ नए निवेशकों का जुड़ना इस बात का संकेत है कि भारतीय जनता शेयर बाजार को एक भरोसेमंद निवेश माध्यम के रूप में देख रही है। इसके साथ ही डीमैट खातों की कुल संख्या 21 करोड़ तक पहुंच गई है।
5 वर्षों में निवेशकों की संख्या में 3.6 गुना वृद्धि
एनएसई में निवेशक पंजीकरण की रफ्तार पिछले पांच वर्षों में तेजी से बढ़ी है।
- 1994 से पहला करोड़: 14 साल लगे।
- दूसरा करोड़: 7 साल।
- तीसरा करोड़: 3.5 साल।
- चौथा करोड़: 1 साल से कुछ अधिक।
- पांचवां करोड़: केवल 5 महीने।
यह तेज वृद्धि दर्शाती है कि अब हर 6-7 महीने में 1 करोड़ नए निवेशक बाजार से जुड़ रहे हैं।
भारतीय बाजारों का 9 साल का शानदार प्रदर्शन
पिछले नौ सालों में भारतीय शेयर बाजार ने लगातार पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
- 2023 का प्रदर्शन:
- निफ्टी50 में 8.8% का रिटर्न।
- निफ्टी 500 में 15.2% की शानदार बढ़त।
एनएसई के मुख्य व्यवसाय विकास अधिकारी श्रीराम कृष्णन ने कहा, “महज 5 महीनों में 1 करोड़ नए निवेशकों का जुड़ना दर्शाता है कि शेयर बाजार संपत्ति निर्माण का एक विश्वसनीय माध्यम बन गया है।”