घटना का विवरण
यह घटना 30 दिसंबर की बताई जा रही है। पीड़िता के बेटे और बहू ने 5 जनवरी को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार, जब बुजुर्ग महिला घर में अकेली थीं, तब पड़ोसियों ने उन्हें पकड़कर काला जादू करने का आरोप लगाया। महिला को लाठी, थप्पड़ और घूंसे से पीटा गया। इतना ही नहीं, लोहे की छड़ से उनके हाथ-पैर दागे गए।
अमानवीय अत्याचार
- पेशाब पीने और कुत्ते का मल खाने पर मजबूर किया गया।
- गले में जूते-चप्पलों की माला पहनाकर गांव में घुमाया गया।
- पीड़िता को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी गई।
पुलिस की कार्रवाई
अमरावती के एसपी विशाल आनंद ने इस घटना को गंभीर बताते हुए जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि रेत्याखेड़ा गांव जंगल के अंदरूनी क्षेत्र में स्थित है। घटना की जांच के लिए अधिकारी को मौके पर भेजा गया है। साथ ही यह भी जांचा जाएगा कि संबंधित थाने ने मामले को छिपाने की कोशिश की थी या नहीं। अगर ऐसा पाया गया, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
परिवार की मांग
पीड़िता के बेटे और बहू ने जिला प्रशासन और पुलिस अधीक्षक से त्वरित न्याय की मांग की है। घटना ने ग्रामीण इलाकों में जागरूकता और सामाजिक सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। मानवता शर्मसार: 77 वर्षीय बुजुर्ग महिला को काला जादू के शक में दी गई अमानवीय सजा…