कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में करोड़ों रुपये की लागत से बना अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन हॉल उद्घाटन के सिर्फ एक महीने बाद ही हादसे का शिकार हो गया। भवन के छज्जे और छत का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया, जिससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।
कार्यपालन अभियंता और सहायक अभियंता निलंबित, जांच के आदेश
इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए हाउसिंग बोर्ड ने कार्यपालन अभियंता आर.के. दंदेलिया और सहायक अभियंता कांशी प्रसाद पैकरा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। विभागीय जांच भी प्रारंभ कर दी गई है।
DMF फंड से बना था 17 करोड़ का भवन, उद्घाटन हुआ था मंत्री की मौजूदगी में
यह कन्वेंशन हॉल कोरबा के रिसदी क्षेत्र में 17 करोड़ रुपये की लागत से जिला खनिज न्यास (DMF) निधि के अंतर्गत तैयार किया गया था। महज एक माह पूर्व ही इसका लोकार्पण एक कैबिनेट मंत्री की उपस्थिति में भव्य आयोजन के साथ किया गया था।
गनीमत रही कि कोई आयोजन नहीं था, बड़ा हादसा टला
हालांकि हादसे के वक्त हॉल में कोई कार्यक्रम नहीं था, जिससे जानमाल की हानि नहीं हुई, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह दुर्घटना किसी कार्यक्रम के दौरान होती, तो भारी जनहानि हो सकती थी। इस घटना ने सरकारी निर्माण कार्यों की निगरानी व्यवस्था और ठेकेदार की जवाबदेही पर भी प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं।
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने प्रशासन पर उठाए सवाल
पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने इस हादसे को लेकर प्रशासन की कार्यप्रणाली पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि “सरकारी धन का इस तरह दुरुपयोग और निर्माण में लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए।”