साइबर-फार्टिंग केस: कोर्ट ने सुनाई अनोखी सजा
कुछ मामले इतने चौंकाने वाले होते हैं कि जज भी उनकी कल्पना नहीं कर सकते। ऐसा ही एक मामला हाल ही में यूके (UK) से सामने आया है, जहां एक महिला को साइबर-फार्टिंग (Cyber-Farting) के लिए गिरफ्तार कर लिया गया। यह अपने तरह का पहला मामला बताया जा रहा है, जिसने लोगों को हैरान कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना कैर्नारफॉन, यूके की है। 25 वर्षीय महिला इवांस ने अपने प्रेमी की पूर्व गर्लफ्रेंड डेबोरा प्रीथेरेच को एक के बाद एक कई वीडियो भेजे, जिनमें वह कैमरे के सामने पादती (fart) नजर आ रही थी। इन वीडियोज़ के जरिए उसने अपनी प्रेमी की Ex-Girlfriend को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान भेजे गए थे वीडियो
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 22 दिसंबर से 1 जनवरी तक चली। इवांस ने लगातार डेबोरा प्रीथेरेच को इन वीडियोज के जरिए मानसिक तनाव में डाल दिया।
अदालत में क्या हुआ?
मामला कोर्ट में पहुंचा तो प्रॉसिक्यूटर डायने विलियम्स ने कहा कि इवांस द्वारा भेजे गए वीडियो “अशोभनीय और घोर आक्रामक” थे। इन वीडियो के कारण पीड़िता डर और मानसिक तनाव में आ गई।
आरोपी ने क्या कहा?
जब जज ने इवांस से इस हरकत के पीछे का कारण पूछा, तो उसने कहा कि “मैं नशे में थी और मुझे लगा कि मेरे साथी के साथ गलत हो रहा है।” हालांकि, उसने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया और कहा कि उसे कभी अंदाजा नहीं था कि “पादने के कारण उसे कानूनी मुसीबत में फंसना पड़ेगा।”
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क्या मिली सजा?
कोर्ट ने इवांस को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई:
- पीड़िता को £100 (₹8989) का मुआवजा देना होगा।
- £199 (₹17888) कोर्ट शुल्क अदा करना होगा।
- 15 रिहैब सेशन पूरे करने होंगे।
- 2 महीने तक शराब से दूर रहना होगा।
- 2 साल तक पीड़िता से कोई संपर्क नहीं रख सकेगी।
कोर्ट ने यह फैसला साइबर-फार्टिंग जैसी हरकतों पर रोक लगाने के लिए सुनाया, ताकि भविष्य में कोई ऐसा दोबारा ना करे।