कटगी (बलौदाबाजार)। राज्य सरकार की निःशुल्क राशन योजना के तहत गरीबों को मिलने वाला चावल घोटालेबाजों की भेंट चढ़ गया। कटगी और खैरा (क) पंचायत की उचित मूल्य दुकानों से 678.42 क्विंटल चावल के गबन का बड़ा खुलासा हुआ है। यह खुलासा पंचों की सजगता और भौतिक सत्यापन की बदौलत सामने आया।
कैसे हुआ खुलासा?
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जून, जुलाई और अगस्त का राशन एक साथ बांटने की योजना थी।
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कटगी पंचायत के पंचों को संदेह हुआ और उन्होंने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराई।
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कलेक्टर के निर्देश पर भौतिक सत्यापन हुआ, जिसमें सामने आया कि:
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कटगी दुकान से 105.42 क्विंटल चावल गायब
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खैरा (क) दुकान से 573 क्विंटल चावल नदारद
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कुल मिलाकर 678.42 क्विंटल राशन का घोटाला
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अंगूठा लगवाया, चावल नहीं दिया
जांच में सेल्समैन रामस्वरूप यादव ने कबूल किया कि:
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लाभार्थियों से अंगूठा लगवाया गया
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ऑनलाइन डेटा दर्ज कर दिया, लेकिन
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चावल का वितरण नहीं किया गया
यह एक ठोस दस्तावेजी धोखाधड़ी का मामला है, जहां सरकारी रिकॉर्ड में वितरण दर्शाया गया लेकिन माल धरातल पर कहीं नहीं मिला।
पंचों की मुस्तैदी से नाकाम हुई दूसरी चाल
जैसे ही सेल्समैन को जांच की भनक लगी, उसने खैरा में रखे चावल को कटगी में मिलाने की कोशिश की, लेकिन पंचों की सतर्कता ने उसे नाकाम कर दिया। तत्काल पंचनामा तैयार कर कलेक्टर को सौंपा गया।
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गरीबों का निवाला निगलने की साजिश
यह घोटाला केवल आर्थिक अपराध नहीं, बल्कि गरीबों के हक पर डाका है। शासन की योजना से हजारों लाभार्थियों को वंचित कर दिया गया। अब सवाल उठता है कि:
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सेल्समैन पर क्या कार्रवाई होगी?
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क्या उच्च स्तर पर भी जांच बढ़ेगी?
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क्या दोषियों पर कठोर सजा तय होगी?