प्रोटीन सेहत के लिए जरूरी, लेकिन कुछ बीमारियों में यह बन सकता है नुकसानदेह
प्रोटीन हमारे शरीर की मांसपेशियों, हार्मोन और एंजाइम्स के निर्माण के लिए जरूरी पोषक तत्व है। आमतौर पर डॉक्टर और एक्सपर्ट रोज़मर्रा के आहार में प्रोटीन युक्त फूड्स जैसे कि मांस, मछली, अंडे, दालें, नट्स और डेयरी उत्पाद शामिल करने की सलाह देते हैं।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ बीमारियों में अधिक प्रोटीन का सेवन नुकसानदेह भी साबित हो सकता है? आइए जानें कब और किन बीमारियों में हाई प्रोटीन डाइट से बचना चाहिए।
किडनी की बीमारी में प्रोटीन से करें परहेज़
अगर आपको किडनी से जुड़ी समस्याएं हैं, तो हाई प्रोटीन डाइट आपकी स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
➡️ ज्यादा प्रोटीन से किडनी पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।
➡️ इससे शरीर से वेस्ट निकलने में दिक्कत होती है और गुर्दों को नुकसान पहुंच सकता है।
यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है? तो लाल मांस और सीफूड से रहें दूर
हाई प्रोटीन फूड्स, खासतौर पर रेड मीट और सीफूड, में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा होती है।
➡️ ये प्यूरीन शरीर में टूटकर यूरिक एसिड बनाते हैं।
➡️ इससे गठिया (Gout) और किडनी स्टोन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
डायबिटीज के मरीज और प्रोटीन का तालमेल
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर हाई प्रोटीन डाइट से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
लेकिन अगर डायबिटिक नेफ्रोपैथी (किडनी की जटिलता) हो गई है, तो
➡️ ज़्यादा प्रोटीन उनकी किडनी को और नुकसान पहुंचा सकता है।
नसों को मजबूत और नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने के लिए डाइट में जरूर शामिल करें ये पोषक तत्व…
हेल्थ कंडीशन के अनुसार लें प्रोटीन का फैसला
हर व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति अलग होती है। इसलिए
✔️ किसी भी मेडिकल कंडीशन में हाई प्रोटीन डाइट शुरू करने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें।
✔️ संतुलित डाइट ही सेहत की कुंजी है।