क्या है वॉटर रिटेंशन? शरीर में पानी जमा होने की स्थिति को समझें
वॉटर रिटेंशन यानी शरीर में अतिरिक्त पानी का जमाव। जब शरीर के ऊतक (टिशूज़) जरूरत से ज्यादा पानी सोख लेते हैं, तब यह समस्या होती है। इसका सीधा असर पैर, टखने, हाथ, चेहरा और पेट जैसे हिस्सों में सूजन के रूप में दिखाई देता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, जब शरीर में मिनरल्स का संतुलन बिगड़ता है, तो कोशिकाएं पानी को रोकने लगती हैं और यही वॉटर रिटेंशन का कारण बनता है।
किन कारणों से होता है वॉटर रिटेंशन?
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ज्यादा नमक का सेवन
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कम पानी पीना
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लंबे समय तक एक ही जगह बैठना या खड़े रहना
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किडनी, हार्ट या लिवर संबंधी बीमारियां
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महिलाओं में हार्मोनल बदलाव – प्रेग्नेंसी या पीरियड्स से पहले
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कुछ दवाओं का सेवन भी इसका कारण बन सकता है (जैसे स्टेरॉइड्स या ब्लड प्रेशर की दवाएं)
वॉटर रिटेंशन से हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
अगर वॉटर रिटेंशन को समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो यह कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है:
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हाई ब्लड प्रेशर
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किडनी फेलियर
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हृदय रोग (Heart Disease)
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जोड़ों में सूजन और दर्द
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वजन तेजी से बढ़ना और शरीर में भारीपन महसूस होना
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कैसे करें वॉटर रिटेंशन से बचाव? जानें असरदार उपाय
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नमक की मात्रा कम करें
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दिनभर में 8–10 गिलास पानी पिएं
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रोजाना हल्की-फुल्की वॉक या योग करें
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लंबे समय तक एक ही पोजिशन में न रहें
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डाइट में पोटैशियम युक्त फूड्स लें (जैसे केला, पालक, नारियल पानी)
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अगर सूजन लगातार बनी रहती है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें