रायपुर : मुंगेली जिले के सरगांव के रामबोड़ स्थित कुसुम स्मेल्टर प्लांट में हुए दर्दनाक हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस हादसे के जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के परिवारों को मुआवजा और हरसंभव सहायता दी जाएगी।
हादसे का विवरण: साइलो गिरने से हुआ बड़ा हादसा
कुसुम स्मेल्टर प्लांट में लगभग 200 टन वजनी साइलो (कंटेनर) गिरने से बड़ा हादसा हुआ।
- हादसे में चार लोगों की मौत हुई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हुआ।
- कंटेनर के अंदर 80 टन कोयले की डस्ट भरी हुई थी, जिससे बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण रहा।
बचाव कार्य: 40 घंटे की मशक्कत
कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के नेतृत्व में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने 40 घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद कंटेनर हटाया।
- कंटेनर का सब-स्ट्रक्चर काटा गया और अंदर से कोयले की डस्ट को हटाया गया।
- टीम ने मौके पर डटे रहकर रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बनाया।
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की संवेदना
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हादसे को दुखद बताया और मृतकों के परिवारों को सहायता देने का निर्देश दिया।
- उपमुख्यमंत्री अरुण साव, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक और मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले ने घटनास्थल पर पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
- मृतकों के परिवारों को प्रशासन द्वारा नियमानुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
जांच और कार्रवाई का निर्देश
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी।
- प्रशासन ने मृतक परिवारों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
- घटना के संबंध में पूरी जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
मृतकों की सूची
- अवधेश कश्यप (निवासी तागा, जांजगीर-चांपा)
- प्रकाश यादव (निवासी अकोली, बलौदाबाजार)
- जयंत साहू (निवासी जबड़ापारा, सरकंडा, बिलासपुर)
- मनोज धृतलहरे (अस्पताल में उपचार के दौरान निधन)
समाज को संदेश: सुरक्षा मानकों की अनदेखी न हो
यह हादसा उद्योगों में सुरक्षा मानकों के पालन की आवश्यकता पर जोर देता है। प्रशासन ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।