रायपुर। छत्तीसगढ़ के आरंग थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लखौली और आरंग शराब भट्टियों से अवैध रूप से शराब की आपूर्ति लगातार जारी है। कोचिए (तस्कर) खुलेआम इन भट्टियों से शराब ढोकर न सिर्फ आरंग बल्कि मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के भानसोज शराब विरोधी आंदोलन से जुड़े गांवों तक पहुंचा रहे हैं।
गांवों में शाम के वक्त माहौल बिगड़ता, महिलाएं-नौनिहाल असुरक्षित
ग्रामीणों का कहना है कि शाम ढलते ही गांवों का माहौल असामाजिक हो जाता है। सार्वजनिक स्थानों पर शराबखोरी, गाली-गलौज और मारपीट की घटनाएं बढ़ गई हैं, जिससे महिलाओं और बच्चों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।
किसान संघर्ष समिति ने सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेंद्र शर्मा ने गुरुवार को आरंग थाना प्रभारी राजेश सिंह को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि प्रशासन अगर समय पर कार्रवाई नहीं करता है, तो यह कानून व्यवस्था की बड़ी समस्या बन सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बहाल करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है।
समाधान शिविरों में उठी थी मांग, अब भी नहीं हुई ठोस कार्रवाई
शर्मा ने बताया कि पूर्व में समाधान शिविरों के दौरान भी ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने अवैध शराब, गांजा और नशीली गोलियों की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की थी। इसके बावजूद अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया।
30 से 35 गांवों में तस्करों का जाल, अघोषित शराब मंडी जैसा माहौल
ज्ञापन में बताया गया है कि दिन में कई बार तस्कर भट्ठियों से शराब भरकर गांवों में पहुंचा रहे हैं, जिससे हर गांव में अघोषित शराब मंडी जैसा माहौल बन गया है। इससे ग्रामीणों में भय और आक्रोश दोनों है।
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वरिष्ठ अफसरों तक पहुंचेगी शिकायत
शर्मा ने जानकारी दी कि इस मामले में जल्द ही पुलिस महानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की जाएगी। साथ ही भट्ठी स्थलों पर स्थायी निगरानी और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता बताई गई है।