रीढ़ की हड्डी में गैप क्यों होता है?
लंबे समय तक गलत पोस्चर में बैठना, भारी वजन उठाना, फिजिकल एक्टिविटी की कमी या बढ़ती उम्र – ये सभी रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) में गैप की समस्या को जन्म दे सकते हैं। इसे मेडिकल टर्म में Spinal Disc Degeneration या Disc Space Narrowing कहा जाता है। अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह चलने-फिरने की क्षमता पर भी असर डाल सकता है।
लक्षण जो बताते हैं कि आपकी रीढ़ में हो सकता है गैप
उठने-बैठने में कठिनाई
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अगर आपको बार-बार बैठने या उठने के दौरान पीठ में खिंचाव या दर्द महसूस होता है,
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तो यह स्पाइन में गैप का पहला संकेत हो सकता है।
भारी सामान उठाने पर दर्द
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थोड़ी सी मेहनत में भी रीढ़ पर जोर महसूस होना
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और वजन उठाते समय झटका जैसा दर्द उठना
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स्पाइनल डिस्क डैमेज की निशानी हो सकती है।
कट-कट की आवाज को न करें नजरअंदाज
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रीढ़ की हड्डी से कट-कट या क्लिकिंग साउंड आना
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यह कोई सामान्य बात नहीं, यह डिस्क गैपिंग या स्पेस लॉस का इशारा है
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इसे नज़रअंदाज करना आगे चलकर चलने-फिरने में रुकावट डाल सकता है
पीठ, कमर और शरीर में अकड़न
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पीठ या कमर में लगातार दर्द रहना
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बॉडी को घुमाने पर रीढ़ में चुभन या असहजता महसूस होना
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पूरे शरीर में अकड़न या जकड़न – यह सब स्पाइन हेल्थ की खराबी के संकेत हो सकते हैं
कब दिखाना चाहिए डॉक्टर को?
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यदि ये लक्षण लगातार महसूस हो रहे हैं
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या दर्द 1–2 हफ्तों से ज़्यादा समय तक बना हुआ है
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तो बिना देरी डॉक्टर से मिलें और MRI या स्पाइन स्कैन करवाएं
रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने के उपाय
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लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठने से बचें
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हर 30–40 मिनट में उठकर टहलें
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नियमित रूप से स्ट्रेचिंग और योग करें
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कैल्शियम और विटामिन D युक्त चीजों का सेवन करें
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भारी वजन उठाने से बचें, और यदि उठाना ज़रूरी हो तो सही टेक्निक से उठाएं