रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से बांग्लादेशी घुसपैठ का बड़ा मामला सामने आया है। टिकरापारा थाना पुलिस ने एक बांग्लादेशी दंपति को गिरफ्तार किया है, जो पिछले 16 वर्षों से फर्जी दस्तावेजों के सहारे शहर में रह रहे थे। आरोपी मोहम्मद दिलावर रायपुर में अंडा ठेले पर काम करता था और स्थानीय लोगों से संबंध बनाकर फर्जी दस्तावेज तैयार करवाता था।
फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड, मार्कशीट जब्त
पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी पासपोर्ट, आधार कार्ड, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। पासपोर्ट जांच में सामने आया कि दिलावर 4 बार भारत-बांग्लादेश के बीच यात्रा कर चुका है। उसके मोबाइल में बांग्लादेशी नंबर भी मिले हैं, जिससे उसकी राष्ट्रीयता की पुष्टि हुई।
कैसे आया भारत, कब लाई पत्नी और बच्ची?
पुलिस पूछताछ में दिलावर ने खुलासा किया कि वह करीब 15 साल पहले पश्चिम बंगाल के बनगांव बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ। लगभग दो साल बाद वह अपनी पत्नी परवीन बेगम और एक साल की बेटी को भी रायपुर ले आया, और यहीं टिककर धरम नगर पचपेडी नाका क्षेत्र में रहने लगा।
टिकरापारा पुलिस ने दर्ज किया गंभीर आपराधिक मामला
पुलिस ने आरोपी दिलावर और उसकी पत्नी परवीन बेगम के खिलाफ फर्जीवाड़ा, गैरकानूनी प्रवेश, और जाली दस्तावेज निर्माण जैसे गंभीर आरोपों में केस दर्ज किया है। अपराध क्रमांक 437/25 के तहत बीएनएस की धारा 112, 318(4), 319(2), 336(3), 3(5), पासपोर्ट अधिनियम 1967 की धारा 12(बी), विदेशियों अधिनियम 1946 की धारा 14 सहित अन्य धाराएं लगाई गई हैं।
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गिरफ्तारी विवरण:
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मोह. दिलावर (उम्र 49)
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मूल निवासी: ग्राम मुख्तारपुर, थाना मुंशीगंज, जिला मुंशीगंज (बांग्लादेश)
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वर्तमान पता: धरम नगर, पचपेडी नाका, थाना टिकरापारा, रायपुर
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परवीन बेगम (उम्र 44)
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मूल निवासी: ग्राम मुख्तारपुर, थाना मुंशीगंज, जिला मुंशीगंज (बांग्लादेश)
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वर्तमान पता: धरम नगर, पचपेडी नाका, थाना टिकरापारा, रायपुर
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