पति चाहिए, इंसाफ चाहिए! ससुराल की चौखट पर सात दिन से धरने पर बैठीं बहुएं, तहसीलदार की पत्नी की दो टूक…

32
पति चाहिए, इंसाफ चाहिए! ससुराल की चौखट पर सात दिन से धरने पर बैठीं बहुएं, तहसीलदार की पत्नी की दो टूक...

बालोद। छत्तीसगढ़ के एक उच्च अधिकारी परिवार में चल रहा घरेलू विवाद अब सड़कों से लेकर कोर्ट तक पहुंच चुका है। तहसीलदार की पत्नी रेणु गुप्ता और उनके छोटे भाई की पत्नी वंदना गुप्ता पिछले सात दिनों से अपने ससुराल के बाहर धरने पर बैठी हैं। दोनों का दावा है कि उन्हें पति और ससुराल के साथ रहने का कानूनी हक है – और वे इंसाफ पाए बिना नहीं हटेंगी

भूख हड़ताल पर भी बैठीं, प्रशासन ने हटाया

शुक्रवार शाम से दोनों बहुएं भूख हड़ताल पर बैठ गई थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें प्रशासनिक शक्ति का इस्तेमाल करते हुए जबरन हटा दिया। इसके बाद से ही प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं – क्या यह कार्रवाई पक्षपातपूर्ण थी?

क्या है मामला? जानिए बहुओं की आपबीती

  • रेणु गुप्ता – तहसीलदार राहुल गुप्ता की पत्नी

  • वंदना गुप्ता – छोटे बेटे रोहित गुप्ता की पत्नी

दोनों का आरोप है कि शादी के बाद से ही उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया, मारपीट की गई और गर्भपात के लिए मजबूर किया गया।
आखिरकार उन्हें घर से निकाल दिया गया

पति का पक्ष: ‘पत्नी से जान का खतरा है’

तहसीलदार राहुल गुप्ता का कहना है कि उनकी पत्नी हिंसक प्रवृत्ति की है और वह माता-पिता से लड़ती है। उनका दावा है कि पत्नी के साथ रहना उनके लिए जानलेवा हो सकता है

ससुर का बयान: बेटा कहता है – ‘मर जाऊंगा पर पत्नी संग नहीं रहूंगा’

मत्स्य विभाग के अधिकारी और ससुर सतीश चंद्र गुप्ता ने कहा कि दोनों बेटों की प्रेम विवाह हुआ था, लेकिन अब बेटा मानसिक रूप से परेशान है और पत्नी के साथ रहना नहीं चाहता।

बहुओं का ऐलान – ‘ये हमारा हक है’

धरना दे रहीं दोनों बहुएं कहती हैं:

“हमने शादी की है, तो इस घर में रहने का अधिकार भी है। हम अपने पति और अधिकार दोनों के लिए लड़ेंगे, चाहे जितना भी वक्त लगे।”

मामला कोर्ट में लंबित – लेकिन क्या बहुओं को घर से निकालना कानूनी है?

मामला कुटुंब न्यायालय में विचाराधीन है, जहां कई बार काउंसलिंग हो चुकी है – लेकिन नतीजा शून्य। अब दोनों पक्ष अदालत की शरण में हैं, लेकिन सवाल बना हुआ है – क्या एक वैध विवाह के बाद पत्नी को ससुराल से बेदखल करना सही है?

CG गांजा तस्करी का पर्दाफाश: भिलाई की युवतियां राजधानी में परोस रही थी गांजा, ATS की बड़ी कार्रवाई, 4 गिरफ्तार…

सामाजिक चेतना की पुकार बन चुकी है यह लड़ाई

रेणु और वंदना की ये लड़ाई सिर्फ पारिवारिक विवाद नहीं, बल्कि नारी अधिकार और सामाजिक न्याय की बड़ी मिसाल बनती जा रही है। लोग सवाल कर रहे हैं – क्या महिला अधिकारों की रक्षा के लिए प्रशासन अपनी भूमिका निभा रहा है?

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here