रायपुर। राजधानी रायपुर के पास स्थित दोदेखुर्द गांव में प्रस्तावित शराब दुकान को लेकर स्थानीय महिलाओं का आक्रोश चरम पर है। शुक्रवार को गांव की सैकड़ों महिलाओं ने संघर्ष समिति के बैनर तले एकजुट होकर धरना प्रदर्शन किया और साफ शब्दों में सरकार को चेतावनी दी कि यदि गांव में शराब दुकान खोलने की कोशिश की गई, तो रायपुर-बलौदाबाजार मुख्य मार्ग को जाम कर दिया जाएगा।
शराबबंदी के वादे से पलटी सरकार?
महिलाओं का आरोप है कि भाजपा सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले शराबबंदी का वादा किया था, लेकिन अब उसी पार्टी की सरकार नई शराब दुकानें खोलने में लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि दोदेखुर्द में लंबे समय से शराब दुकान का विरोध हो रहा है, क्योंकि इससे गांव का सामाजिक संतुलन बिगड़ता है, युवाओं में नशे की लत बढ़ती है और महिलाओं को घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ता है।
महिलाएं बोलीं – “शराब दुकान नहीं खोलने देंगे”
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने स्पष्ट कहा कि,
“हम किसी भी कीमत पर अपने गांव में शराब दुकान नहीं खुलने देंगे। यह हमारे बच्चों और परिवारों के भविष्य का सवाल है।”
ग्रामीणों की मांगें:
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गांव में शराब दुकान का प्रस्ताव तुरंत रद्द किया जाए
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सरकार चुनावी वादों का सम्मान करे
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युवाओं के लिए नशामुक्त वातावरण सुनिश्चित किया जाए