छह वर्षों से निष्क्रिय दलों पर गिरी गाज
11 जुलाई को सुनवाई में उपस्थित होने के निर्देश
रायपुर। छत्तीसगढ़ में निष्क्रिय राजनीतिक दलों पर चुनाव आयोग ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा रायपुर में पंजीकृत चार राजनीतिक दलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यह नोटिस इसलिए जारी किया गया क्योंकि इन दलों ने 2019 से अब तक न लोकसभा और न ही विधानसभा या उपचुनाव में कोई उम्मीदवार खड़ा किया है।
किन दलों को मिला नोटिस?
इन चार दलों में शामिल हैं:
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छत्तीसगढ़ संयुक्त जातीय पार्टी – बजरंग नगर, तात्यापारा वार्ड, रायपुर
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छत्तीसगढ़ विकास पार्टी – ए-12 फ्लैश विहार, न्यू पुरैना, रायपुर
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राष्ट्रीय मानव एकता कांग्रेस पार्टी – स्टेशन रोड, गुरुद्वारा के सामने, रायपुर
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पृथक बस्तर राज्य पार्टी – सेक्टर-3, शंकर नगर, रायपुर
इन दलों के अध्यक्ष, महासचिव या प्रमुख पदाधिकारियों को 11 जुलाई 2025 को आयोग के समक्ष सुनवाई के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है।
आयोग की सख्ती का कारण
निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कोई भी दल यदि लगातार चुनावी प्रक्रिया में भाग नहीं लेता है, तो उसकी मान्यता या पंजीयन पर पुनर्विचार किया जा सकता है। आयोग के इस कदम को राजनीतिक प्रणाली की पारदर्शिता और सक्रियता बनाए रखने की दिशा में एक सख्त निर्णय माना जा रहा है।
निष्क्रिय दलों पर भविष्य की कार्रवाई संभव
यदि इन दलों के पक्ष में संतोषजनक जवाब नहीं आता है, तो पंजीकरण रद्द करने या स्थगित करने जैसी कार्रवाई भी संभव है। आयोग की यह कार्यवाही यह संदेश देती है कि केवल नाम मात्र की पार्टी पंजीकृत कर राजनीति में सक्रिय न रहने वालों के लिए अब कोई स्थान नहीं है।