बलौदाबाजार, कसडोल। छत्तीसगढ़ के ठाकुरदीया गांव (कसडोल क्षेत्र) से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बीती रात करीब 4 बजे, एक जहरीले सांप के काटने से 35 वर्षीय सतवती पारदी और उनकी 9 वर्षीय बेटी देविका की मौत हो गई। इस हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया है और ग्रामीण क्षेत्रों में सर्पदंश के प्रति सुरक्षा और आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
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मां-बेटी घर के फर्श पर सो रही थीं, तभी एक ज़हरीले सांप ने दोनों को डस लिया।
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परिजनों ने तुरंत सीएचसी कसडोल पहुंचाया, लेकिन देविका की रास्ते में ही मौत हो गई।
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सतवती की हालत बिगड़ने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
एक ही परिवार की दो मौतें, गांव में मातम
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मृतकों के परिजन धरमू पारदी के घर में मातम पसरा है।
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एक ही रात में मां और बेटी को खो देने की पीड़ा से पूरा गांव स्तब्ध है।
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गांव में शोक का माहौल है, ग्रामीणों ने समय पर एम्बुलेंस व एंटी-वेनम दवा की कमी पर नाराजगी जताई है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल
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इस दर्दनाक घटना ने ग्रामीण इलाकों में सर्पदंश की रोकथाम, फौरन चिकित्सा सुविधा, और अस्पतालों में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता को लेकर सरकार की तैयारी पर सवाल खड़े किए हैं।