रायपुर में कर्मचारी भवन से कलेक्टोरेट तक रैली, जांजगीर में थाली बजाकर जताया विरोध
रायपुर। छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा कर्मचारी एक बार फिर न्याय और नियमितीकरण की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे।
छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर दो दिवसीय सामूहिक अवकाश लिया और बुधवार को रायपुर में कर्मचारी भवन से कलेक्टोरेट तक रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
क्या हैं NHM संघ की 10 प्रमुख मांगें?
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नियमित भर्ती में NHM कर्मचारियों के लिए सीट आरक्षित हो
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अनुकंपा नियुक्ति नीति लागू की जाए
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मेडिकल अवकाश एवं अन्य छुट्टियों की सुविधा मिले
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स्थानांतरण नीति पारदर्शी और कर्मचारियों के हित में हो
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कम से कम 10 लाख तक कैशलेस चिकित्सा बीमा
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संविलियन (मर्जर) कर स्थायीकरण किया जाए
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पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना की जाए
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ग्रेड पे का सही निर्धारण किया जाए
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कार्य मूल्यांकन प्रक्रिया पारदर्शी हो
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27% लंबित वेतन वृद्धि लागू की जाए
रायपुर में मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन, हड़ताल की चेतावनी
रैली के बाद कर्मचारियों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द निर्णय नहीं लिया गया तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं।
जांजगीर में ताली-थाली बजाकर दर्ज कराया विरोध
वहीं दूसरी ओर जांजगीर जिले में भी NHM कर्मचारियों ने ताली और थाली बजाकर विरोध प्रदर्शन किया।
यहां एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
जांजगीर के कर्मचारियों ने भी स्थायीकरण, ग्रेड पे, मेडिकल अवकाश और 27% वेतन वृद्धि सहित सभी 10 मांगों को दोहराया।
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सरकार की चुप्पी पर नाराज NHM कर्मचारी
NHM संघ का कहना है कि वे वर्षों से स्वास्थ्य सेवाओं में सेवा दे रहे हैं, फिर भी उन्हें न स्थायीत्व मिला और न ही मूलभूत सुविधाएं।
अब वे अपने अधिकारों की लड़ाई आर-पार की तरह लड़ने को तैयार हैं।