कृषक उन्नति योजना से बढ़ेगा फसल विविधीकरण, किसानों को मिलेगा सीधे बैंक खातों में लाभ
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘कृषक उन्नति योजना’ के तहत अब धान के अलावा दलहन, तिलहन, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी और कपास जैसी खरीफ फसलों के लिए भी प्रति एकड़ 10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है।
इन किसानों को मिलेगा योजना का सीधा लाभ
राज्य सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा:
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जिन्होंने एकीकृत किसान पोर्टल में पंजीयन कराया है
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गिरदावरी में रकबे की पुष्टि हो चुकी है
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जो धान छोड़कर अन्य फसलें ले रहे हैं
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जिन्होंने सहकारी समितियों में धान विक्रय किया है
प्रोत्साहन राशि का वितरण सीधे बैंक खातों में
राज्य शासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रोत्साहन राशि DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी।
इससे किसानों को आर्थिक सहायता समय पर और पारदर्शी तरीके से मिल सकेगी।
इन संस्थाओं को नहीं मिलेगा योजना का लाभ
योजना से संस्थान, ट्रस्ट, समिति, महाविद्यालय, केंद्र व राज्य शासन की संस्थाएं, मण्डल आदि को अपात्र घोषित किया गया है।
केवल व्यक्तिगत पात्र किसान ही योजना का लाभ ले सकेंगे।
धान के लिए भी तय की गई अलग दरें
खरीफ सीजन 2025 के लिए धान विक्रेताओं को भी सहायता मिलेगी:
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धान (कॉमन): ₹731 प्रति क्विंटल की दर से अधिकतम ₹15,351 प्रति एकड़
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धान (ग्रेड ए): ₹711 प्रति क्विंटल की दर से अधिकतम ₹14,931 प्रति एकड़
बीज उत्पादकों के लिए विशेष प्रावधान
जो किसान प्रमाणित धान बीज उत्पादन करते हैं और बीज निगम को विक्रय करते हैं, उनकी धान विक्रय सीमा उनके धारित रकबे के भीतर होनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम और राज्य विपणन संघ आपसी समन्वय से इसकी निगरानी करेंगे।
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जानकारी कहां से लें?
योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए किसान ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी या विकासखंड स्तर के कृषि विभाग कार्यालयों से संपर्क कर सकते हैं।