मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जनता को समर्पित किया विकास का ब्लूप्रिंट
छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा में 17 जुलाई 2025 का दिन एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बन गया, जब मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने “छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न @2047” दस्तावेज़ को आधिकारिक रूप से जनता को समर्पित किया। नवा रायपुर अटल नगर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मंत्रिपरिषद के सदस्य, नीति आयोग, जनप्रतिनिधि, विशेषज्ञ और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।
आत्मनिर्भर और विकसित छत्तीसगढ़ का रोडमैप
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दस्तावेज़ केवल योजनाओं का संग्रह नहीं, बल्कि एक आत्मनिर्भर, समृद्ध और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का ठोस खाका है। यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत @2047 मिशन से प्रेरित है और छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्यों की पंक्ति में लाने का मार्गदर्शक बनेगा।
13 प्रमुख क्षेत्रों में 10 मिशनों से संतुलित विकास
छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न @2047 के तहत 13 क्षेत्रों में 10 विशेष मिशन के माध्यम से संतुलित विकास की योजना बनाई गई है। इनमें शामिल हैं:
-
कृषि और जैविक खेती
-
मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक विकास
-
आईटी और एआई आधारित इनोवेशन
-
पर्यटन, संस्कृति और ईको टूरिज्म
-
लॉजिस्टिक्स और मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी
-
शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार
2047 तक 75 लाख करोड़ की जीडीपी का लक्ष्य
राज्य की जीडीपी को वर्तमान 5 लाख करोड़ से वर्ष 2047 तक 75 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य है। यह लक्ष्य फोकस्ड निवेश, बुनियादी ढांचे के विकास और तकनीकी नवाचार के जरिए हासिल किया जाएगा।
ऊर्जा, स्टील और खनिज उत्पादन में क्रांतिकारी विस्तार
छत्तीसगढ़ के ऊर्जा उत्पादन को 30 हजार मेगावाट से बढ़ाकर देश में शीर्ष स्तर तक ले जाया जाएगा।
-
स्टील उत्पादन: 28 मिलियन टन से 45 मिलियन टन
-
कोयला उत्पादन: 207 से बढ़ाकर 437 मिलियन टन
-
आयरन ओर: 46 से बढ़ाकर 100 मिलियन टन
-
लिथियम ब्लॉक की पहली सफल नीलामी भी राज्य में हुई है।
स्मार्ट शहर, स्मार्ट गांव और आईटी हब के निर्माण की योजना
-
5,000 स्मार्ट विलेज और 10 स्मार्ट सिटी
-
ग्लोबल स्किल यूनिवर्सिटी और 36 आदर्श कॉलेज
-
सेमीकंडक्टर प्लांट और एआई डाटा सेंटर का विकास
-
सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 से उद्योगों को आसान मंजूरी
2047 तक बेरोजगारी दर 1% से भी कम करने का लक्ष्य
फिलहाल राज्य की बेरोजगारी दर 2.7% है, जिसे 1% से कम लाने के लिए स्किल डेवलपमेंट और उच्च शिक्षा में व्यापक सुधार किए जा रहे हैं।
पर्यावरणीय संतुलन के लिए 44% वन क्षेत्र बनाएंगे ऑक्सीजन हब
छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य बनेगा, जहां 44% वन क्षेत्र को ऑक्सीजन हब के रूप में विकसित किया जाएगा। प्लास्टिक से बनी सड़कें और सर्कुलर इकोनॉमी जैसे नवाचारों पर भी ज़ोर रहेगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा में समग्र सुधार की दिशा में पहल
-
100% आयुष्मान भारत कवरेज
-
सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का विस्तार
-
कोई स्कूल शिक्षकविहीन नहीं
-
5,000 नई शिक्षक भर्तियां
-
1,000 पीएम-श्री स्कूल
जनभागीदारी और पारदर्शिता के लिए नागरिक सहभागिता पोर्टल
“मोर सपना मोर विकसित छत्तीसगढ़” पोर्टल, संभाग स्तरीय संवाद और नीति आयोग के मार्गदर्शन में विज़न को आम जनता की भागीदारी से तैयार किया गया है।
अटल निर्माण वर्ष और राज्य की रजत जयंती पर ऐतिहासिक सौगात
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा स्थापित छत्तीसगढ़ अब प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में 2047 तक विकसित राज्य बनने के मार्ग पर तेज़ी से अग्रसर है। यह विज़न दस्तावेज़ प्रदेशवासियों के सपनों का समावेश है।
बड़ी खबर: छत्तीसगढ़ में OTS-2 योजना की ऐतिहासिक सफलता, मंत्री ओ.पी. चौधरी की अहम घोषणाएं….
प्रमुख घोषणाएं और लक्ष्य संक्षेप में:
क्षेत्र | लक्ष्य वर्ष 2047 तक |
---|---|
जीडीपी | ₹75 लाख करोड़ |
स्टील उत्पादन | 45 मिलियन टन |
कोयला उत्पादन | 437 मिलियन टन |
बेरोजगारी दर | <1% |
पर्यटकों की संख्या | 10 करोड़ |
स्मार्ट विलेज | 5,000 |
वन क्षेत्र | 44% ऑक्सीजन हब के रूप में |