वेलकम डिस्टलरी को 88 करोड़ जलकर बकाया पर अल्टीमेटम, नहीं भरा तो सोमवार से लगेगा ताला…

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वेलकम डिस्टलरी को 88 करोड़ जलकर बकाया पर अल्टीमेटम, नहीं भरा तो सोमवार से लगेगा ताला…

बिलासपुर ज़िले के कोटा विकासखंड अंतर्गत छेरकाबांधा में स्थित वेलकम डिस्टलरी प्रा. लि. पर अब प्रशासन का शिकंजा कसता दिख रहा है। 90 करोड़ रुपए से अधिक के जलकर बकाया को लेकर SDM और तहसीलदार कार्यालय ने सख्त चेतावनी जारी की है — यदि सोमवार तक 88 करोड़ की बकाया राशि जमा नहीं की गई, तो डिस्टलरी पर ताला जड़ दिया जाएगा।

27 सालों से बिना अनुबंध सरकारी जल का दोहन

डिस्टलरी पर आरोप है कि वह 1998 से बिना अनुबंध के सरकारी पानी का व्यावसायिक उपयोग कर रही है। इस दौरान जल संसाधन विभाग द्वारा कई बार नोटिस और वसूली आदेश (RRC) जारी किए गए, परन्तु न तो भुगतान हुआ और न ही कोई ठोस कार्रवाई सामने आई। अब जब मामला राज्य विधानसभा में उठाया गया, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया है।

प्रदूषण से त्रस्त गांव: जहरीले अपशिष्ट से मवेशी मरे, जमीन दलदल में बदली

डिस्टलरी के अपशिष्ट जल और रासायनिक गाद ने गांवों की ज़मीन को दलदल में बदल दिया है। ज़हरीले रसायनों से मवेशियों की मौत और बीमारियां आम हो गई हैं। साथ ही कई एकड़ वनभूमि अब बंजर और जहरीली हो चुकी है।

प्रभावित खसरा नंबर:

  • ख.नं. 397/1, 766, 74/1, 74/2 – करीब 1.79 एकड़ क्षेत्र पूरी तरह प्रभावित

तीन दर्जन गांव प्रभावित, हवा और पानी दोनों जहरीले

डिस्टलरी के जहरीले अपशिष्ट और धुएं से 30+ गांवों में हवा और पानी दोनों प्रदूषित हो चुके हैं। प्रमुख प्रभावित गांवों में शामिल हैं: छेरकाबांधा, खरगहनी, जोगीपुर, बांकीघाट, भैसाझार, पीपरपारा, रतनपुर नगर पंचायत के 15 वार्ड, सहित कई अन्य गांव।

अब तक बदले 44 SDM, फिर भी कार्रवाई अधूरी

कोटा क्षेत्र में अब तक 44 SDM और 36 तहसीलदार आ-जा चुके हैं, लेकिन डिस्टलरी से एक रूपया भी वसूला नहीं गया। वर्तमान में नितिन तिवारी 45वें SDM के रूप में पदस्थ हैं, जिनके द्वारा अब जल्द तालाबंदी की चेतावनी जारी की गई है।

सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट करने वालों पर प्रशासन की सख्ती, दो यूजर्स को नोटिस….

पर्यावरणीय NOC और दस्तावेज भी गायब

प्रशासन ने 12 जून तक वेलकम डिस्टलरी को पर्यावरणीय अनुमति पत्र (NOC) और अन्य दस्तावेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। लेकिन एक माह बीतने के बाद भी फैक्ट्री ने कोई वैध दस्तावेज नहीं दिए, न ही संचालन पर रोक लगाई गई है।

आखिरी चेतावनी: नहीं जमा किया बकाया तो होगी सीलिंग

तहसीलदार कार्यालय द्वारा स्पष्ट कहा गया है कि यदि सोमवार तक 88 करोड़ रुपये जमा नहीं किए गए, तो वेलकम डिस्टलरी को बंद कर सील कर दिया जाएगा। यह मामला अब प्रशासनिक सख्ती और जवाबदेही की परीक्षा बन गया है।

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