प्रति एकड़ बचत ₹75, प्रदेशभर में 3 लाख से अधिक बोतलों का भंडारण
रायपुर | खरीफ सीजन 2025 में डीएपी की कमी को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए नैनो डीएपी (Nano DAP) को बढ़ावा दिया है। यह तरल खाद पारंपरिक ठोस डीएपी की तुलना में न केवल अधिक प्रभावी है, बल्कि प्रति एकड़ ₹75 की सीधी बचत भी करवा रही है।
राज्यभर में 3 लाख से ज्यादा बोतलों का सुरक्षित भंडारण
सरकार के निर्देश पर इफको (IFFCO) द्वारा अब तक 3 लाख 5 हजार से अधिक नैनो डीएपी की बोतलों का भंडारण किया गया है:
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🔐 डबल लॉक केंद्रों में – 82,470 बोतल
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🌾 सहकारी समितियों में – 1,41,389 बोतल
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🏪 निजी क्षेत्र में – 48,000 बोतल
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📦 इफको के पास शेष स्टॉक – 33,000+ बोतलें
यह नैनो डीएपी किसानों के लिए सहकारी समितियों में ₹600 प्रति आधा लीटर बोतल की दर से उपलब्ध है।
एक बोतल = एक बोरी डीएपी!
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, धान की एक एकड़ फसल के लिए पहले जहां 50 किलो ठोस डीएपी की जरूरत होती थी, अब केवल 25 किलो ठोस डीएपी और 1/2 लीटर नैनो डीएपी से वही पोषण मिल रहा है।
➡️ ठोस डीएपी बोरी कीमत: ₹1350
➡️ नैनो डीएपी कीमत: ₹600
➡️ कुल खर्च में प्रति एकड़ ₹75 की बचत
➡️ साथ ही पोषण स्तर भी बेहतर
किसानों को सिखाया गया इस्तेमाल का तरीका
राज्य सरकार ने नैनो डीएपी के प्रचार-प्रसार और सही इस्तेमाल के लिए एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया।
इसमें शामिल हैं:
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👨🌾 कृषि चौपालों और डेमो सेशन के माध्यम से प्रशिक्षण
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🧑🔬 कृषि वैज्ञानिकों और मैदानी अमले का सहयोग
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📑 सहकारी समितियों में पोस्टर-बैनर व जानकारीयुक्त पाम्पलेट
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🚜 खेतों में जाकर व्यक्तिगत मार्गदर्शन और निरीक्षण
किसानों में बढ़ा विश्वास, फसल में दिखा असर
सरकार और कृषि विभाग की पहल से किसान अब विश्वास के साथ नैनो डीएपी का उपयोग कर रहे हैं। इससे:
✔️ लागत में कमी
✔️ खाद की कमी की समस्या का समाधान
✔️ पौधों को समय पर पोषण
✔️ उत्पादन में सुधार
जैसे लाभ स्पष्ट रूप से देखने को मिल रहे हैं।