भारत में पेंशन योजनाओं में निवेश में तेजी: आर्थिक सर्वे 2024-25
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए बजट पेश करने से एक दिन पहले, आर्थिक सर्वे 2024-25 को संसद में प्रस्तुत किया। इस सर्वे में कई महत्वपूर्ण आंकड़े साझा किए गए, जिनमें एक अहम तथ्य यह है कि पेंशन योजनाओं में निवेश करने वालों की संख्या में 16% की वृद्धि हुई है। इस वृद्धि के साथ, देशभर में पेंशन योजनाओं में निवेश करने वालों की संख्या बढ़कर 7.83 करोड़ हो गई है।
नेशनल पेंशन सिस्टम और अटल पेंशन योजना से मिली गति
आर्थिक सर्वे के अनुसार, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) और अटल पेंशन योजना (APY) जैसे प्रमुख सरकारी पेंशन योजनाओं के चलते पेंशन सेक्टर में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है। सितंबर 2024 तक पेंशन अंशधारकों की संख्या में सालाना 16% का इजाफा हुआ, जो पिछले साल 6.75 करोड़ थी। इसके परिणामस्वरूप, देशभर में पेंशन योजनाओं में निवेश करने वालों की कुल संख्या 7.83 करोड़ तक पहुंच गई है।
अटल पेंशन योजना (APY) के लाभार्थियों में बढ़ोतरी
अटल पेंशन योजना (APY) के लाभार्थियों की संख्या भी बढ़ी है। सितंबर 2024 तक APY के लाभार्थियों की संख्या 6.29 करोड़ तक पहुंच गई, जो मार्च 2023 में 5.38 करोड़ थी। इस योजना के तहत, महिला अंशधारकों की हिस्सेदारी भी बढ़कर 52% हो गई है, जो 2015-16 में सिर्फ 37.9% थी। इसके अलावा, 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग में APY की हिस्सेदारी भी बढ़कर 45.5% हो गई है।
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पेंशन योजनाओं में युवाओं और महिलाओं का बढ़ता रुझान
आर्थिक सर्वे के मुताबिक, 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के अंशधारकों की हिस्सेदारी में भी 45.5% की वृद्धि हुई है, जो 2015-16 में महज 29.2% थी। यह वृद्धि दर्शाती है कि भारतीय युवा अब पेंशन योजनाओं में निवेश को अधिक गंभीरता से ले रहे हैं, और महिलाएं भी इन योजनाओं में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।