हरियाणा के करनाल जिले में शेखपुरा खालसा गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 10 साल का बच्चा कटी हुई पतंग लेने के लिए दौड़ता हुआ खेतों में पहुंचा, जहां आवारा कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। कुत्तों ने मासूम को इतनी बुरी तरह नोंचा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद गांव में मातम छा गया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई यह दर्दनाक घटना?
घर से खेलने निकला था बच्चा, लेकिन जब देर तक वापस नहीं लौटा तो परिवार वाले उसे खोजने निकले।
खोजबीन के दौरान परिजनों को खेत में बच्चे का क्षत-विक्षत शव मिला।
गांव के लोगों के अनुसार, मासूम पतंग लूटने के चक्कर में खेतों की ओर चला गया था।
वहां पहले से मौजूद कई आवारा कुत्तों ने मिलकर उस पर हमला कर दिया।
पुलिस ने शुरू की जांच
थाना घरौंडा के प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि कुत्तों के हमले में बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
प्रारंभिक जांच में पुष्टि हुई कि मासूम पर आवारा कुत्तों ने हमला किया था।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की कार्रवाई जारी है।
गांववालों में गुस्सा, प्रशासन से आवारा कुत्तों पर नियंत्रण की मांग।
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ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रहीं, प्रशासन मौन!
बीते सप्ताह ग्वालियर में भी हुआ था ऐसा हादसा।
7 साल के मासूम पर 3-4 स्ट्रीट डॉग्स ने किया था हमला।
17 गहरे घाव और 107 टांके लगने के बाद बची थी बच्चे की जान।
आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या लोगों के लिए बनी खतरा।
सरकार से क्या है लोगों की मांग?
गांववालों ने प्रशासन से आवारा कुत्तों की समस्या पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
बच्चों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत।
नगर निगम को आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों पर रोक लगाने के लिए रणनीति बनानी होगी।