रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना और शहीद वीर नारायण सिंह आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के तहत फर्जी दावों पर कड़ा एक्शन लिया है। रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर जिलों के 28 निजी अस्पतालों का निरीक्षण किया गया, जिसमें 23 अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई की गई।
जांच में सामने आई अनियमितताएं
✅ 15 अस्पतालों का पंजीयन 1 साल के लिए रद्द
✅ 4 अस्पतालों का पंजीयन 6 महीने के लिए निलंबित
✅ 4 अस्पतालों का पंजीयन 3 महीने के लिए निलंबित
✅ 5 अस्पतालों को चेतावनी पत्र जारी
व्यापक जांच अभियान
👉 राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) की नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट समय-समय पर संदिग्ध दावों की पहचान कर राज्य सरकार को सतर्क करती रही है।
👉 छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश पर राज्य नोडल एजेंसी ने संदिग्ध अस्पतालों की जांच कर कार्रवाई शुरू की।
👉 रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में विशेष टीमों ने अस्पतालों की गहन भौतिक जांच की, जिसमें डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी शामिल थे।
👉 सभी 28 अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया, लेकिन उनके जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
स्वास्थ्य योजनाओं में धांधली पर कड़ा एक्शन
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि फर्जीवाड़ा करने वाले अस्पतालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।