क्या है मामला?
सूरजपुर पुलिस ने PACL चिटफंड कंपनी के दो और निदेशकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई डीआईजी और एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर के निर्देश पर हुई।
📍 मामला 2016 का है, जब ग्राम केतका निवासी कमल सिंह केराम और ग्राम गंगोटी, चौकी बसदेई निवासी रनमेत बाई ने शिकायत दर्ज कराई थी।
📍 आरोप है कि PACL कंपनी के निदेशकों और अन्य लोगों ने निवेशकों को पैसे दोगुना करने का लालच दिया, लेकिन मैच्योरिटी पूरी होने के बाद भी पैसा वापस नहीं किया।
PACL घोटाले में क्या कार्रवाई हुई?
– पुलिस ने दोनों मामलों में IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत केस दर्ज किया है।
– इसके अलावा, ईनामी चिट और धन परिचालन अधिनियम 1978 की धारा 4, 5, 6 और छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हितों की संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के तहत भी कार्रवाई की गई है।
पहले भी हो चुकी हैं गिरफ्तारियां
✅ इससे पहले पुलिस PACL कंपनी के चार अन्य निदेशकों- निर्मल सिंह भंगू, त्रिलोचन सिंह, सुखदेव सिंह और जोगेन्दर टाईगर को गिरफ्तार कर चुकी है।
✅ अब तक इस चिटफंड घोटाले में कुल 6 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
✅ पुलिस का कहना है कि आगे भी जांच जारी रहेगी और अन्य दोषियों पर कार्रवाई होगी।
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निवेशकों के लिए अलर्ट
– अगर आपने भी PACL चिटफंड में निवेश किया है और पैसा वापस नहीं मिला है, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।
– इस तरह की चिटफंड योजनाओं से बचें और निवेश से पहले पूरी जानकारी जरूर लें।