रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगर निकाय चुनाव के नतीजे 15 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। सभी जिला मुख्यालयों में सुबह से ही मतगणना शुरू होगी और देर शाम तक परिणाम आ जाएंगे। लेकिन नतीजों से पहले ही कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कांग्रेस पर हार के बहाने बनाने का आरोप लगाया है, तो वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने राज्य निर्वाचन आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
बीजेपी का दावा- जनता ने हमें वोट दिया, कांग्रेस बहाने बना रही
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने विश्वास जताया कि निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत होगी। उन्होंने कहा कि पार्टी ने इस चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ा और “अटल विश्वास पत्र” के जरिए जनता के सामने विकास का रोडमैप पेश किया। साव ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि “कांग्रेस अभी से हार के बहाने ढूंढने में लगी है। वे ईवीएम पर ठीकरा फोड़ने की भूमिका तैयार कर रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ में सुशासन ला रही है, यहां अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
कांग्रेस का पलटवार- बीजेपी सरकार से जनता नाराज, चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि निकाय चुनाव में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी। उन्होंने दावा किया कि “जनता भाजपा सरकार की नाकामी और वादाखिलाफी से नाराज है। प्रदेश में कानून व्यवस्था खराब हो चुकी है, हत्याएं, लूट और चाकूबाजी की घटनाएं बढ़ रही हैं। भाजपा की सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है।”
दीपक बैज ने चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि “मतदान के दौरान ईवीएम खराब रही, कई जगह मतदान प्रतिशत में गड़बड़ी पाई गई। कोटा नगर पंचायत में 138% और नवागढ़ नगर पंचायत में 103.50% मतदान दर्ज किया गया, जो संदेहजनक है।”
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क्या कहता है राजनीतिक विश्लेषण?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, निकाय चुनाव के नतीजे आने से पहले ही दोनों दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसे अपना समर्थन देती है और 15 फरवरी के परिणाम किसके पक्ष में जाते हैं।