अगर आप चाहते हैं कि आपकी कार हमेशा फुल परफॉर्मेंस में रहे और बीच रास्ते में धोखा न दे, तो उसकी सही समय पर सर्विसिंग करवाना बेहद जरूरी है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कार की सर्विसिंग 10,000 किलोमीटर पर करानी चाहिए या 1 साल बाद? इसको लेकर ज्यादातर लोग भ्रमित रहते हैं और गलत फैसला लेकर अपनी कार की परफॉर्मेंस और माइलेज खराब कर लेते हैं।
कार सर्विसिंग का सही समय क्या है?
बहुत से लोग सोचते हैं कि अगर कार की रनिंग कम है तो 10,000 किलोमीटर पूरा होने के बाद ही सर्विसिंग करानी चाहिए। लेकिन यह गलत धारणा है और इससे आपकी कार को नुकसान हो सकता है।
✅ अगर आपकी कार की रनिंग कम है और 1 साल में 5,000 किलोमीटर भी नहीं चलती, तब भी आपको 1 साल पूरा होते ही सर्विसिंग करानी चाहिए।
✅ अगर आपकी कार की रनिंग ज्यादा है, तो 1 साल का इंतजार न करें और 10,000 किलोमीटर पूरा होते ही सर्विसिंग करवाएं।
देरी से सर्विसिंग कराने के नुकसान
🚨 पुराना इंजन ऑयल – सही समय पर सर्विसिंग न कराने से इंजन ऑयल खराब हो सकता है, जिससे कार की परफॉर्मेंस और माइलेज पर असर पड़ेगा।
🚨 इंजन पर बुरा असर – यदि समय पर सर्विसिंग न कराई जाए तो इंजन ऑयल खत्म हो सकता है, जिससे इंजन खराब भी हो सकता है।
🚨 फ्यूल की ज्यादा खपत – देरी से सर्विसिंग कराने पर गाड़ी ज्यादा फ्यूल कंज्यूम करने लगती है।
🚨 तकनीकी समस्याएं – सर्विसिंग में केवल ऑयल चेंज नहीं किया जाता, बल्कि पूरी गाड़ी की जांच की जाती है ताकि छोटी-छोटी तकनीकी खराबियों को समय रहते सुधारा जा सके।
सही समय पर सर्विसिंग ही बचाएगी बड़ा खर्च!
अगर आप अपनी कार की लाइफ बढ़ाना और उसे हमेशा स्मूथ चलाना चाहते हैं, तो सही समय पर सर्विसिंग जरूर कराएं। 1 साल पूरा होते ही या 10,000 किलोमीटर पूरा होते ही – जो भी पहले हो, तभी सर्विसिंग कराना सही रहेगा।