विश्व हिंदू परिषद (VHP) के नेता और होटल कारोबारी लाल रणविजय नाथ शाहदेव का रहस्यमय अपहरण कर लिया गया था। वह धनबाद रेलवे स्टेशन के पास बदहवासी की हालत में मिले। गुरुवार को ठाकुरगांव थाना क्षेत्र के उरुगुट्टू से लापता हुए शाहदेव को बेहोश करने के बाद पहाड़ पर ले जाकर छोड़ दिया गया था।
गायब होने के 24 घंटे बाद मिले होटल कारोबारी
शाहदेव के परिजनों ने अपहरण की आशंका जताते हुए ठाकुरगांव थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। उनके बड़े भाई लाल मृत्युंजय नाथ शाहदेव ने बताया कि गुरुवार सुबह 11:30 बजे घर से निकले रणविजय शाम तक वापस नहीं लौटे। जब उनका मोबाइल भी बंद आया तो परिवार ने पुलिस को सूचना दी।
रेलवे स्टेशन पर “बचाओ-बचाओ” चिल्लाते मिले शाहदेव
शुक्रवार को शाहदेव धनबाद रेलवे स्टेशन के पास “बचाओ-बचाओ” चिल्लाते हुए दौड़ रहे थे। आरपीएफ ने उन्हें सुरक्षा घेरे में लिया, लेकिन वह बेहोश हो गए।
हाथ-पैर बंधे, पैर जलाने की कोशिश
- शाहदेव के हाथ में रस्सी बंधी हुई थी और पैरों को जलाने की कोशिश की गई थी, ताकि वह भाग न सकें।
- उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर हुई।
रातू रोड से अगवा कर पहाड़ पर छोड़ा, लूटपाट भी हुई
शाहदेव ने बताया कि रांची के रातू रोड से उनका अपहरण किया गया और एक इको स्पोर्ट्स कार में डालकर ले जाया गया।
- उन्हें बेहोश कर किसी पहाड़ी इलाके में फेंक दिया गया।
- उनकी सोने की अंगूठी और पैसे लूट लिए गए।
पुलिस जांच में जुटी, अपहरणकर्ताओं की तलाश जारी
धनबाद पुलिस ने शाहदेव के मिलने की सूचना ठाकुरगांव थाने को दी और अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।