गरियाबंद। राज्य शासन द्वारा नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के निर्देशों के तहत कार्रवाई तेज कर दी गई है। जिला कलेक्टर दीपक अग्रवाल द्वारा आयोजित एनकॉर्ड बैठक में स्वापक औषधि और मनःप्रभावी (नशीली) दवाओं की अवैध बिक्री पर चिंता व्यक्त करते हुए औषधि प्रशासन को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
औषधि निरीक्षक सुनील कुमार खरांशु और धर्मवीर सिंह ध्रुव के नेतृत्व में मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया जा रहा है, जिसमें नशीली दवाओं की खरीद-बिक्री की गहन जांच की जा रही है।
22 मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण, 10 को मिला नोटिस
विगत माह ब्लॉक-छुरा, फिंगेश्वर, मैनपुर और देवभोग में कुल 22 मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया गया, जिसमें 10 मेडिकल स्टोर्स में नियमों का उल्लंघन पाया गया। इन मेडिकल स्टोर्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है:
- देवांगन मेडिकल स्टोर्स
- मां विमला मेडिकल स्टोर्स
- एस. के. मेडिकल स्टोर्स
- विद्या मेडिकल स्टोर्स
- शीतल मेडिकल स्टोर्स
- सौरभ मेडिकोज
- उज्जवल मेडिकल स्टोर्स
- लक्ष्मी मेडिकल एंड जनरल स्टोर्स
- सदाफल मेडिकल स्टोर्स
इन सभी स्टोर्स को औषधि नियमावली के तहत अनियमितता पाए जाने पर जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया गया है।
नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी
राज्य में नशे के खिलाफ अभियान को सख्ती से लागू किया जा रहा है। स्थानीय समुदायों को तंबाकू और नशीली दवाओं के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने के लिए कोटपा एक्ट, 2003 के तहत कार्रवाई की गई है।
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🔹 96 चालानी कार्रवाई
🔹 3,840 रुपये का जुर्माना वसूला गया
औषधि प्रशासन की टीम आगे भी सतत निरीक्षण और कार्रवाई जारी रखेगी, ताकि नशीली दवाओं की अवैध बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।