अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस में आदिवासी नेताओं की उपेक्षा का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि सरगुजा और बस्तर दोनों संभागों के आदिवासी नेताओं को समान अवसर मिलना चाहिए।
अमरजीत भगत ने फिर उठाया सरगुजा के आदिवासी नेताओं की अनदेखी का मुद्दा
✅ टीएस सिंहदेव के संभावित प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर अमरजीत भगत ने कहा, “वे हमारे नेता हैं, जिसे भी अध्यक्ष बनाया जाएगा, उसे मेरा समर्थन रहेगा।”
✅ लेकिन उन्होंने इस दौरान सरगुजा के आदिवासी नेताओं को कम अवसर मिलने पर अपनी नाराजगी जाहिर की।
✅ भगत ने कहा कि बस्तर और सरगुजा दोनों संभागों के नेताओं को समान सम्मान मिलना चाहिए।
सरगुजा के आदिवासी नेताओं को नहीं मिल रहा कांग्रेस में मौका?
✅ सरगुजा संभाग में 6 जिले होने के बावजूद यहां के नेताओं को संगठन में अहम जिम्मेदारी नहीं दी जाती।
✅ न किसी कमेटी में शामिल किया जाता है, न उनकी राय ली जाती है।
✅ भगत का कहना है कि अगर कांग्रेस को सरगुजा में मजबूत रहना है, तो यहां के नेताओं को साथ लेकर चलना होगा।
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क्या कांग्रेस में आदिवासी नेतृत्व की अनदेखी हो रही है?
✅ आदिवासी वोटबैंक कांग्रेस के लिए अहम रहा है, लेकिन क्या संगठन में उन्हें बराबरी का हक मिल रहा है?
✅ भगत के इस बयान से आदिवासी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के अंदर बहस तेज हो सकती है।