रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल आरक्षित वर्ग अधिकारी संघ ने पदोन्नति में आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन की घोषणा की है। संघ के अध्यक्ष आर.एल. ध्रुव ने प्रेस वार्ता में विद्युत कंपनी प्रबंधन पर उनकी मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया।
क्या हैं कर्मचारियों की प्रमुख मांगें?
संघ का कहना है कि पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विद्युत कंपनी में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण मिलना चाहिए। लेकिन, कंपनी प्रबंधन इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं ले रहा है, जिससे कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा है।
10 मार्च को 10,000 कर्मचारी लेंगे सामूहिक अवकाश
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर उचित निर्णय नहीं लिया गया तो 10 मार्च को प्रदेशभर में 10,000 से अधिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर जाएंगे।
17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
यदि फिर भी समाधान नहीं निकला तो संघ ने 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। संघ ने स्पष्ट किया कि हड़ताल के कारण यदि विद्युत आपूर्ति बाधित होती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी विद्युत कंपनी प्रबंधन की होगी।
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संघ का कंपनी प्रबंधन को सीधा संदेश
कर्मचारियों ने साफ किया कि जब तक उनकी न्यायसंगत मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता, तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे।