छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक लापता व्यक्ति का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है। यह मामला उरगा थाना क्षेत्र के साजापानी गांव का है, जहां जंगल के पास खेत में नर कंकाल के टुकड़े बिखरे मिले। इसके अलावा, पास में रखे पैरा (भूसे) पर खून के निशान भी पाए गए।
लापता ग्रामीण की हुई पहचान
पुलिस ने मृतक की पहचान बुधवार सिंह (40) पिता साहेततर मांझी के रूप में की है, जो 22 फरवरी को पंचायत चुनाव से ठीक एक दिन पहले लापता हो गया था। शव की स्थिति और घटनास्थल पर मिले सबूतों को देखते हुए पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है, हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असली कारणों का खुलासा हो सकेगा।
कैसे सामने आया मामला?
- बुधवार सिंह मजदूरी करता था और नशे का आदी था।
- उसकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी और उसका बेटा मजदूरी के लिए बाहर गया हुआ है।
- दूसरी पत्नी भी उसे दो महीने पहले छोड़कर चली गई थी, जिससे वह अकेले रह रहा था।
- चरवाहे ठंडाराम ने जंगल में नर कंकाल देखा, लेकिन तत्काल सूचना नहीं दे पाया।
- शनिवार को गांव लौटकर उसने मृतक के भतीजे शोभाराम को जानकारी दी।
- शोभाराम ने कोटवार जगमोहन को सूचित किया, जिसके बाद पुलिस को खबर दी गई।
पुलिस की जांच और फॉरेंसिक टीम की कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फॉरेंसिक एक्सपर्ट को बुलाया। एसपी और सीएसपी कोरबा ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव की पहचान कपड़ों के आधार पर की गई है। पुलिस का मानना है कि शव के टुकड़ों का अलग-अलग मिलना और खून के निशान हत्या की ओर इशारा कर रहे हैं।
हत्या या हादसा? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि बुधवार सिंह की हत्या की गई है या उसकी मौत किसी हादसे में हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का खुलासा हो पाएगा।