सुकमा में तेन्दूपत्ता बोनस घोटाले में बड़ी कार्रवाई, वनमंडल अधिकारी सस्पेंड
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने IFS अफसर अशोक कुमार पटेल को निलंबित कर दिया है। उन पर तेन्दूपत्ता सीजन 2021 और 2022 के बोनस भुगतान में संदिग्ध भूमिका का आरोप है।
क्यों हुई सस्पेंशन की कार्रवाई?
शुरुआती जांच में अशोक कुमार पटेल की भ्रष्टाचार में संदिग्ध भूमिका सामने आई, जिसके चलते अखिल भारतीय सेवा (अनुशासन एवं अपील) नियम, 1969 के तहत यह कदम उठाया गया।
आदेश के मुख्य बिंदु:
✅ अशोक कुमार पटेल (IFS 2015), वनमंडल अधिकारी, सुकमा निलंबित
✅ तेन्दूपत्ता बोनस घोटाले में प्रारंभिक जांच में संलिप्तता
✅ निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए तत्काल निलंबन
✅ निलंबन के दौरान मुख्यालय – प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय, अरण्य भवन, नवा रायपुर
✅ नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा
क्या है तेन्दूपत्ता बोनस विवाद?
तेन्दूपत्ता संग्राहकों को हर साल बोनस दिया जाता है। 2021-22 के भुगतान में अनियमितता मिलने पर सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। प्रारंभिक जांच में अशोक कुमार पटेल की संदिग्ध भूमिका उजागर हुई, जिसके बाद कार्रवाई की गई।
राज्य सरकार का कड़ा संदेश
सरकार ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आगे की जांच में अगर दोष सिद्ध हुआ तो सख्त कार्रवाई हो सकती है।