रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान धान उठाव और चावल जमा करने को लेकर तीखी बहस हुई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान-चावल के अतिरिक्त उठाव और उपयोग पर सवाल खड़े किए। इसके जवाब में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि इस मुद्दे पर जल्द निर्णय लिया जाएगा।
69.72 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करने का लक्ष्य
– खरीफ वर्ष 2024-25 में केंद्रीय पुल में धान उठाव और चावल भंडारण को लेकर चर्चा हुई।
– खाद्य मंत्री ने बताया कि 69.72 लाख मीट्रिक टन चावल जमा करने का लक्ष्य है।
– अब तक 9 लाख मीट्रिक टन चावल जमा किया जा चुका है।
– भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि वर्तमान सरकार भी पूर्व सरकार की नीति ही अपनाएगी।
संजारी बालोद में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का मुद्दा
🌾 कांग्रेस विधायक संगीता सिन्हा ने संजारी बालोद में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का मुद्दा उठाया।
🌾 उन्होंने कहा कि 2024-25 में उनके विधानसभा क्षेत्र में 2.22 करोड़ टन धान खरीदा गया।
🌾 मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि धान खरीदी का कोई निश्चित लक्ष्य नहीं होता, यह अनुमानित होता है।
विधानसभा में क्यों गरमाया धान-चावल का मुद्दा?
🔹 धान उठाव और चावल भंडारण में देरी पर सरकार से जवाब मांगा गया।
🔹 पिछली और मौजूदा सरकार की नीतियों की तुलना को लेकर बहस हुई।
🔹 खरीफ वर्ष 2024-25 की धान खरीदी प्रक्रिया पर सवाल उठाए गए।
🔹 विधानसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष में इस मुद्दे पर तीखी नोकझोंक देखने को मिली।
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सरकार का रुख और अगली रणनीति
✅ धान-चावल के उठाव और भंडारण प्रक्रिया को तेज करने पर जोर।
✅ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की निगरानी बढ़ाने के निर्देश।
✅ विधानसभा में इस मुद्दे पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने की संभावना।