रायपुर। छत्तीसगढ़ में 27 आईएएस और 24 आईएफएस अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दर्ज हैं। इनमें से कई अधिकारियों पर पद के दुरुपयोग, कमीशनखोरी और शासन को वित्तीय नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे हैं।
भ्रष्टाचार के मामलों में जांच जारी
इन अधिकारियों के खिलाफ आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा जांच की जा रही है।
-
कुछ अफसरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि कुछ जमानत पर रिहा हैं।
-
विभागीय जांच के बावजूद कई अधिकारी अहम पदों पर बने हुए हैं।
-
इन शिकायतों की जांच तेजी से पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह खुलासा विधानसभा में भाजपा विधायक राजेश मूणत के प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया।
किन अधिकारियों के खिलाफ जांच चल रही?
🔸 आईएफएस अधिकारियों के नाम:
✅ केके खेलवार, गोवर्धन, एस वेंकटाचलम, आरके जांगड़े, आलोक तिवारी, उत्तम कुमार गुप्ता, अरुण पांडेय, पंकज राजपूत, एसके पैकरा, रमेश चंद्र दुग्गा, गुरुनाथन एन, समा फारुखी, चूरामिण सिंह, लक्ष्मण सिंह, विवेकानंद झा, जनकराम नायक, राकेश चतुर्वेदी, दिलेश्वर साहू, शशि कुमार, आलोक कटियार, कुमार निशांत।
🔸 आईएएस अधिकारियों के नाम:
✅ राजेश कुमार टोप्पो, संजय अलंग, रानू साहू, समीर विश्नोई, डॉ. आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा, विवेक ढांड, निरंजन दास, कुलदीप शर्मा, सुरेंद्र कुमार जायसवाल, गौरव द्विवेदी, नरेंद्र कुमार दुग्गा, अशोक अग्रवाल, पुष्पा साहू, सुधाकर खलखो, राजेश सिंह राणा, डीडी सिंह, एस प्रकाश, अमृत कुमार खलखो, नुपुर राशि पन्ना, किरण कौशल, टी. राधाकृष्णन, संजीव कुमार झा, इफ्फत आरा, भुवनेश यादव, जीवन किशोर ध्रुव, टामन सिंह सोनवानी।
सरकार ने क्या कहा?
✅ जांच प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
✅ EOW और ACB द्वारा नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।
✅ सरकार संसाधनों की कमी के बावजूद जांच में तेजी लाने का प्रयास कर रही है।