वॉकिंग के दौरान दिखें ये लक्षण, तो समझ जाएं कि बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ चुका है
आज की अस्वस्थ जीवनशैली, गलत खानपान और व्यायाम की कमी के कारण शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) तेजी से बढ़ सकता है। यह न केवल दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है, बल्कि रक्त संचार को भी प्रभावित करता है। नियमित रूप से वॉकिंग करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन यदि वॉक के दौरान कुछ असामान्य लक्षण महसूस हों, तो यह बैड कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं वॉकिंग के दौरान कौन-से लक्षण नजर आने पर आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
वॉकिंग के दौरान दिखें ये लक्षण, तो बढ़ सकता है बैड कोलेस्ट्रॉल
1. पैरों में दर्द और भारीपन
अगर वॉक करते समय पिंडलियों, जांघों या नितंबों में दर्द होता है या भारीपन महसूस होता है, तो यह खराब रक्त संचार और हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, जिससे पैरों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और दर्द या ऐंठन महसूस होती है।
2. मांसपेशियों में कमजोरी
अगर पैदल चलते समय पैरों की मांसपेशियां जल्दी थक जाती हैं या कमजोर महसूस होती हैं, तो यह भी ब्लड सर्कुलेशन में बाधा का संकेत हो सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के कारण धमनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति कम हो जाती है।
3. पैरों का ठंडा रहना
अगर आपको वॉकिंग के दौरान पैरों में अधिक ठंडक महसूस होती है, तो यह ब्लड सर्कुलेशन में खराबी और हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है। जब धमनियां संकरी हो जाती हैं, तो पैरों तक सही मात्रा में रक्त प्रवाह नहीं हो पाता, जिससे वे अन्य अंगों की तुलना में ठंडे लग सकते हैं।
4. पैरों में सुन्नपन और झुनझुनी
अगर वॉकिंग के दौरान या बाद में पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन महसूस होता है, तो यह धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने के कारण नसों पर दबाव का परिणाम हो सकता है। जिन लोगों को यह समस्या लगातार बनी रहती है, उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
5. त्वचा का रंग बदलना
अगर पैदल चलते समय आपके पैरों का रंग हल्का सफेद, बैंगनी या नीला पड़ जाता है, तो यह खराब ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन की कमी को दर्शा सकता है। यह हाई कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
बैड कोलेस्ट्रॉल को कैसे करें कंट्रोल?
– नियमित हेल्थ चेकअप: कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच कराएं।
– हेल्दी डाइट अपनाएं: तले-भुने खाने और ट्रांस फैट से बचें। फल, सब्जियां, साबुत अनाज और हेल्दी प्रोटीन को डाइट में शामिल करें।
– नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट वॉक या एक्सरसाइज करें।
– धूम्रपान और अल्कोहल से बचें: ये दोनों हाई कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकते हैं।
– पर्याप्त पानी पिएं: हाइड्रेटेड रहना ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।