बेमेतरा में महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपा ज्ञापन, एक सप्ताह में कार्रवाई नहीं हुई तो होगा घेराव
बेमेतरा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने सरकार की पदोन्नति नीति के खिलाफ आवाज़ बुलंद की है। सोमवार को उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए प्रमोशन प्रक्रिया में हो रही अनदेखी को लेकर कड़ा ऐतराज जताया।
साफ आदेशों के बावजूद नहीं मिल रहा प्रमोशन
सहायिकाओं का कहना है कि वे वर्षों से सेवा दे रही हैं, लेकिन सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद उन्हें कार्यकर्ता पद पर पदोन्नति नहीं दी जा रही। सरकार की नीति है कि किसी भी वार्ड में कार्यकर्ता का पद खाली होने पर वहां की सहायिका को प्राथमिकता दी जाए, लेकिन बेमेतरा जिले में इस नियम की खुलेआम अनदेखी की जा रही है।
नियमों की अवहेलना पर गुस्से में हैं सहायिकाएं
आंगनबाड़ी प्रतिनिधियों का आरोप है कि कुछ वार्डों में नियमों को ताक पर रखकर बाहरी व्यक्तियों की नियुक्ति कर दी गई, जिससे स्थानीय सहायिकाओं में भारी आक्रोश है। उन्होंने यह भी कहा कि इससे न सिर्फ उनकी मेहनत की अनदेखी हो रही है, बल्कि वर्षों से सेवा दे रही महिलाओं के सम्मान को भी ठेस पहुंच रही है।
एक हफ्ते में कार्रवाई नहीं हुई तो होगा आंदोलन
प्रभावित सहायिकाओं ने मांग की है कि जहां भी नियुक्ति में विसंगति हुई है, उन नियुक्तियों को तत्काल रद्द किया जाए और योग्य सहायिकाओं को उनका वाजिब हक दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे जिला कार्यक्रम कार्यालय का घेराव करेंगी।
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“यह सम्मान और हक की लड़ाई है”
सहायिकाओं ने साफ कहा कि यह सिर्फ एक पद नहीं बल्कि सालों की निष्ठा और मेहनत का सम्मान है। सरकार को चाहिए कि वह अपने ही बनाए नियमों का पालन कर सभी सहायिकाओं को उचित अवसर प्रदान करे।