बिना पूर्व सूचना के भिलाई पहुंचे डीजीपी
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम ने सोमवार को अचानक भिलाई का निरीक्षण दौरा किया। यह दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा गया था और इसकी पूर्व जानकारी किसी अधिकारी को नहीं दी गई थी। दौरे के दौरान डीजीपी ने मीडिया से बातचीत में एक 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को बेहद दुखद और समाज को झकझोरने वाली बताया।
⚖️ फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा मामला, मिलेगी सख्त सजा
डीजीपी गौतम ने कहा कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त सजा मिल सके। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि पीड़िता के परिवार को जल्द न्याय मिले और आरोपी को उसके कुकर्म की सजा मिले।”
पुलिस जांच में पूरी निष्ठा से जुटी है टीम
डीजीपी ने भरोसा दिलाया कि छत्तीसगढ़ पुलिस इस मामले में पूरी गंभीरता और निष्ठा के साथ काम कर रही है। सबूतों को सहेजने और चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है ताकि अदालत में ठोस पैरवी की जा सके।
नशाखोरी पर जताई चिंता, युवाओं पर असर बता कर दी चेतावनी
निरीक्षण के दौरान डीजीपी गौतम ने राज्य में बढ़ती नशाखोरी को लेकर भी गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि युवाओं और बच्चों में नशे की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है, जो आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है।
जनभागीदारी जरूरी, समाज से की अपील
डीजीपी ने कहा, “पुलिस लगातार नशे के सौदागरों और तस्करों पर शिकंजा कस रही है, लेकिन यह लड़ाई जनसहयोग के बिना अधूरी है।” उन्होंने समाज और अभिभावकों से अपील की कि वे नशा मुक्ति अभियान में सक्रिय योगदान दें और बच्चों को इस बुराई से दूर रखने में मदद करें।