रायपुर। डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) रायपुर ज़ोनल यूनिट ने 92 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी के मामले में दो कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फर्जी बिलिंग के जरिए करीब 24 करोड़ रुपये का अवैध इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) क्लेम किया था।
जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
🔹 रायपुर की अजय ट्रेडर्स और शुभम सेल्स ने दिल्ली की फर्जी कंपनियों से बिल बनवाकर 94 करोड़ और 41 करोड़ रुपये की फर्जी खरीद दिखाई।
🔹 इन्हीं फर्जी बिलों के आधार पर 24 करोड़ रुपये से अधिक का इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम किया गया।
🔹 जांच के दौरान एमएस टीएमटी, एमएस एंगल और एमएस चैनल जैसी वस्तुओं की खरीद के कोई ट्रांसपोर्ट या वितरण के प्रमाण नहीं मिले।
गिरफ्तार हुए दोनों कारोबारी
✅ अजय ट्रेडर्स के संचालक अजय सिंह और शुभम सेल्स के संचालक शुभम कुमार को DGGI ने गिरफ्तार किया।
✅ दोनों पर जीएसटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
✅ DGGI की टीम ने आरोपियों के दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्यों को जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
क्या है इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) घोटाला?
इनपुट टैक्स क्रेडिट एक ऐसी सुविधा है जिससे कारोबारी, खरीदी गई वस्तुओं/सेवाओं पर दिए गए टैक्स की भरपाई अपनी बिक्री पर लगने वाले टैक्स से कर सकते हैं। फर्जी बिलों के माध्यम से इसका गलत फायदा उठाना कानूनन अपराध है।