कृषि, ट्रांसपोर्ट और घरेलू सेक्टर में मांग बढ़ने से ईंधन की खपत में उछाल
डीजल की खपत 8.24 मिलियन टन पहुंची, अब तक की दूसरी सबसे ऊंची मासिक मांग
पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सेल (PPAC) के ताजा आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2024 में भारत में डीजल की खपत 8.24 मिलियन टन रही, जो अब तक की दूसरी सबसे बड़ी मासिक मांग है।
यह उछाल मुख्य रूप से कृषि और ट्रांसपोर्ट सेक्टर की बढ़ी हुई मांग के चलते हुआ है।
पेट्रोल की खपत में 4.6% की सालाना वृद्धि, वाहनों की बिक्री बनी मुख्य वजह
अप्रैल 2024 में पेट्रोल की खपत 3.44 मिलियन टन रही, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.6% अधिक है।
पिछले वर्ष अप्रैल में लोकसभा चुनाव के प्रचार के चलते पेट्रोल की मांग में 19% का उछाल आया था, ऐसे में इस बार की वृद्धि हाई बेस इफेक्ट के बावजूद भी मजबूत मानी जा रही है।
एलपीजी की मांग में 6.7% की बढ़ोतरी, उज्ज्वला योजना बनी सहायक
एलपीजी की खपत अप्रैल 2024 में 2.62 मिलियन टन रही, जिसमें 6.7% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई है।
इसकी वजह केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना और होटलों व रेस्टोरेंट्स में कमर्शियल उपयोग में बढ़ोतरी बताई जा रही है।
एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की खपत में 3.25% की वृद्धि
एयरलाइनों द्वारा ATF की खपत अप्रैल में 7.66 लाख टन रही, जो पिछले साल की तुलना में 3.25% ज्यादा है।
यह आंकड़ा एविएशन सेक्टर में भी गतिविधियों में उछाल को दर्शाता है।
कुल मिलाकर ईंधन खपत के ये आंकड़े अर्थव्यवस्था में रिकवरी और ग्रोथ के संकेतक
ईंधन की यह खपत दर्शाती है कि भारत की अर्थव्यवस्था में लॉजिस्टिक्स, कृषि, ट्रैवल और रिटेल सेक्टर सक्रिय रूप से तेजी पकड़ रहे हैं।