कोर्ट में गवाहों की गैरहाज़िरी से बिगड़ी न्यायिक प्रक्रिया
थाना तोरवा में एक गंभीर आपराधिक मामले में गवाहों की कोर्ट में अनुपस्थिति को लेकर न्यायिक प्रक्रिया बाधित हुई। एसएसपी रजनेश सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच के बाद लापरवाह कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की।
एसएसपी ने मारी सख्त चेतावनी – समय पर वारंट तामीली अनिवार्य
एसएसपी ने स्पष्ट कहा कि वारंट और समंस की समय पर तामीली सुनिश्चित की जाए। लापरवाही करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भविष्य में भी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ये पुलिसकर्मी हुए निलंबित
वारंट तामीली में लापरवाही साबित होने पर जिन 4 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया, उनके नाम इस प्रकार हैं:
-
आरक्षक राजू सिन्हा – थाना तोरवा
-
आरक्षक मनोज कुलमित्र – थाना तोरवा
-
आरक्षक रोहित पाटले – थाना तोरवा
-
महिला आरक्षक शोभा तिर्की – जिला पुलिस कार्यालय
फर्जी नियुक्ति का खुलासा: 10 साल से वेतन ले रहे थे अवैध कर्मचारी, ऐसे हुआ खुलासा…
प्रारंभिक जांच में हुई लापरवाही की पुष्टि
जांच में यह सामने आया कि उक्त पुलिसकर्मियों ने समंस और वारंट की तामीली में लापरवाही बरती, जिससे न्यायिक कार्यवाही में रुकावट आई। इसके बाद अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए इन्हें निलंबित किया गया।
सभी थानों और चौकियों को निर्देश – कोर्ट समंस और वारंट समय पर सौंपें
एसएसपी ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कोर्ट के आदेशों की तामीली में कोई ढिलाई न हो। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसी गलती दोहराई गई, तो आगे और भी सख्त कदम उठाए जाएंगे।