युद्ध जैसे हालातों का बाजार पर असर
भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव ने देश के शेयर बाजार पर गहरा असर डाला है। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई और फिर पाकिस्तान के मिसाइल व ड्रोन हमलों ने माहौल को युद्ध जैसा बना दिया है। इस तनाव ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है और इसका सीधा असर शेयर बाजार पर देखा गया है।
सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट
शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 880.34 अंक की गिरावट के साथ 79,454.47 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी 265.80 पॉइंट टूटकर 24,008 पर पहुंच गया। गुरुवार को भी सेंसेक्स में 411.97 अंक और निफ्टी में 140.60 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी। इस तरह सिर्फ दो कारोबारी दिनों में सेंसेक्स 1,200 अंकों से अधिक टूट चुका है।
प्री-ओपन में भारी गिरावट, लेकिन फिर थोड़ा संभला बाजार
शुक्रवार सुबह प्री-सेशन में सेंसेक्स ने 4500 अंकों तक का गोता लगाया था। हालांकि मार्केट खुलने के बाद थोड़ी स्थिरता आई, लेकिन जल्द ही फिर गिरावट का रुख शुरू हो गया और कारोबार के अंत तक बाजार कमजोर ही रहा।
किन कंपनियों के शेयर गिरे?
सेंसेक्स में शामिल आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड, बजाज फाइनेंस, अडानी पोर्ट्स और एनटीपीसी जैसे दिग्गज शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फिनसर्व ने भी निवेशकों को नुकसान पहुंचाया।
टाटा ग्रुप की टाइटन बनी चमकता सितारा
इस गिरावट भरे बाजार में टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन ने उम्मीद की किरण दिखाई। कंपनी का शेयर 4% तक चढ़ गया। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी को 871 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है, जो पिछले साल की तुलना में 13% अधिक है।
विदेशी निवेशकों का भारत पर भरोसा बरकरार
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है कि विदेशी निवेशकों का भारत की अर्थव्यवस्था पर भरोसा बना हुआ है। गुरुवार को विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FII) ने 2007.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो संकेत देता है कि बाजार का विश्वास अब भी बरकरार है।
वैश्विक बाजारों में मिला-जुला असर
एशियाई बाजारों में कोस्पी और शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में गिरावट देखी गई, जबकि जापान का निक्की और हांगकांग का हेंगसेंग इंडेक्स हरे निशान पर बंद हुआ। वहीं, ग्लोबल क्रूड ऑयल मार्केट में ब्रेंट क्रूड की कीमत 1.53% बढ़कर 63.80 डॉलर प्रति बैरल हो गई।