नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान और कैप्टन कूल कहे जाने वाले महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर देश सेवा के मोर्चे पर उतरने को तैयार दिख रहे हैं। उनकी सेना से जुड़ी भूमिका और मौजूदा हालातों के बीच उनकी सक्रिय ड्यूटी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
धोनी को कब मिली थी फौजी उपाधि?
-
धोनी को 2011 में भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी (106 पैरा टीए बटालियन) में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की उपाधि दी गई थी।
-
उन्होंने 2015 में आगरा में पैराशूट ट्रेनिंग पूरी कर 5 सफल जंप के साथ खुद को एक योग्य पैरा ट्रूपर सिद्ध किया।
2019 में निभाई थी कश्मीर में फौजी जिम्मेदारी
-
धोनी ने 2019 में कश्मीर घाटी में विक्टर फोर्स के साथ 15 दिन की ड्यूटी निभाई।
-
उन्होंने गश्त, चौकी ड्यूटी और अन्य सैन्य जिम्मेदारियां भी पूरी कीं।
क्या फिर से ड्यूटी पर होंगे तैनात?
-
भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव के चलते केंद्र सरकार ने टेरिटोरियल आर्मी के जवानों को एक्टिव ड्यूटी पर बुलाने की अनुमति दी है।
-
धोनी, जो अभी भी टेरिटोरियल आर्मी के सदस्य हैं, इस स्थिति में फिर से सेवा के लिए उतर सकते हैं।
अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं, लेकिन उम्मीद ज़रूर
-
धोनी की सक्रिय तैनाती की अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
-
लेकिन उनके पिछले समर्पण और सैन्य सेवा को देखते हुए, देश की सेवा के लिए उनका फिर से उतरना आश्चर्यजनक नहीं होगा।
Train Cancelled: छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली कई ट्रेनें मई में रद्द, यहां देखें पूरी लिस्ट…
धोनी: क्रिकेट के हीरो, देश के सच्चे वीर
महेंद्र सिंह धोनी न केवल भारत को विश्व कप दिलाने वाले कप्तान हैं, बल्कि एक सच्चे देशभक्त भी हैं। उनका यह जज्बा उन्हें युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनाता है।