रायपुर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ कांग्रेस में चुनावी हार के बाद गुटबाजी तेज हो गई है। बिलासपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी ने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव को पार्टी से निष्कासित करने की सिफारिश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के सामने उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। इस संबंध में उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पत्र लिखकर शिकायत की है।
विवाद की शुरुआत: क्या है पूरा मामला?
पत्र के मुताबिक, अटल श्रीवास्तव ने विजय केशरवानी पर आरोप लगाते हुए कहा कि “तुमने मेरी पीठ में छुरा घोंपा है।” इतना ही नहीं, तंज कसते हुए उन्होंने यह भी कहा कि “कलेक्टर को चपरासी निकाल रहा है।” इस बयान के बाद कांग्रेस के भीतर माहौल गरमा गया है।
कुलदीप जुनेजा को शो-कॉज नोटिस
इधर, कांग्रेस में बागियों की वापसी का खुलकर विरोध करने वाले रायपुर के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को पार्टी ने शो-कॉज नोटिस भेजा है। सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर पार्टी विरोधी बयानबाजी करने के चलते यह नोटिस जारी किया गया है।
टीएस सिंहदेव की मौजूदगी में बिगड़ा माहौल
सोमवार को जब पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव बिलासपुर दौरे पर थे, तब कांग्रेस नेता पंकज सिंह ने उन्हें अपने घर पर भोज के लिए आमंत्रित किया था। इस दौरान पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे। वहीं, पार्टी से निष्कासित नेत्री सीमा पांडेय ने कांग्रेस शहर अध्यक्ष विजय पांडेय के खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई।
जिलाध्यक्ष का पत्र: अनुशासनहीनता का आरोप
विजय केशरवानी ने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को लिखे पत्र में कहा कि “पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव के सामने अपनी ही पार्टी के जिलाध्यक्ष के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करना अनुशासनहीनता और संगठन की अवमानना है।” उन्होंने आगे कहा कि “एक जनप्रतिनिधि द्वारा जिलाध्यक्ष को चपरासी कहना दुर्भाग्यपूर्ण है।”
बिलासपुर निगम चुनाव को लेकर विवाद
पत्र में जिलाध्यक्ष ने यह भी लिखा कि बिलासपुर निगम चुनाव में कई वार्डों में कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव अपने समर्थकों को टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन वे तय मानकों पर खरे नहीं उतर रहे थे। ऐसे में पार्टी ने समर्पित कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी, जिसे लेकर अटल श्रीवास्तव ने असंतोष जाहिर किया।
भीतरघात पर कार्रवाई की मांग
विजय केशरवानी ने कहा कि “चुनाव में प्रत्याशियों के खिलाफ भीतरघात की शिकायतें मिली थीं और उसके प्रमाण भी प्रस्तुत किए गए।” उन्होंने कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव से सवाल किया कि “जिस कांग्रेस जिला कमेटी के वे खुद सदस्य हैं, उसके अध्यक्ष को ‘चपरासी’ कहना कितना उचित है?”
कांग्रेस ने पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा को थमाया नोटिस, पार्टी विरोधी बयानबाजी पड़ी भारी….
कांग्रेस में बढ़ती गुटबाजी: आगे क्या होगा?
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हार के बाद से अंदरूनी कलह बढ़ती जा रही है। पार्टी नेतृत्व के लिए यह एक बड़ी चुनौती बनती दिख रही है। अब देखना यह होगा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज इस पूरे मामले में क्या निर्णय लेते हैं और क्या वाकई अटल श्रीवास्तव पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।