1. FD पर कितनी मिलेगी ब्याज दर? पहले करें तुलना
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में निवेश करने से पहले सबसे जरूरी है यह जानना कि किस बैंक या एनबीएफसी में आपको सबसे बेहतर ब्याज दर (Interest Rate) मिल रही है।
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FD की अवधि आमतौर पर 7 दिन से 10 साल तक होती है।
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ब्याज दरें FD की अवधि के अनुसार बदलती हैं।
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मैच्योरिटी तक ब्याज दर फिक्स रहती है, इसलिए शुरुआत में ही सही स्कीम चुनना जरूरी है।
2. FD की अवधि: किस टेन्योर पर मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?
FD में निवेश करते समय यह देखें कि कौन सी अवधि (Tenure) आपकी वित्तीय योजना के अनुसार सही है।
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कुछ बैंक 13 महीने की FD पर अधिक रिटर्न देते हैं।
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5 साल की FD में टैक्स छूट (80C) का भी लाभ मिलता है।
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लंबी अवधि में ब्याज दर फिक्स रहने से सुरक्षित रिटर्न मिलता है।
3. FD पर मिलती है लोन सुविधा भी
क्या आप जानते हैं कि FD पर आप लोन भी ले सकते हैं?
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FD राशि का 75% तक लोन लिया जा सकता है।
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लोन की अवधि आपकी FD की शेष अवधि जितनी होती है।
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इमरजेंसी में पैसे की जरूरत हो तो FD तुड़वाने की बजाय लोन बेहतर विकल्प हो सकता है।
4. FD कहां करें? भरोसेमंद बैंक या NBFC का चुनाव करें
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FD निवेश हमेशा RBI और DICGC रजिस्टर्ड संस्थान में करें।
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DICGC के तहत ₹5 लाख तक की राशि सुरक्षित रहती है।
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प्राइवेट बैंक, पब्लिक सेक्टर बैंक और NBFC की FD दरें अलग होती हैं, तुलना जरूर करें।
5. बैंक vs NBFC: कहां मिलेगा ज्यादा मुनाफा?
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स्मॉल फाइनेंस बैंक आमतौर पर ज्यादा ब्याज देते हैं, लेकिन जोखिम का आंकलन करें।
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NBFC में सुविधाएं ज्यादा मिल सकती हैं, लेकिन उनकी विश्वसनीयता की जांच करें।
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FD तुड़वाने की पॉलिसी, रिन्यू विकल्प, प्रीमैच्योर पेनाल्टी और लोन शर्तें भी ध्यान में रखें।
बोनस टिप: वरिष्ठ नागरिकों को मिलती है ज्यादा ब्याज
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60 साल से ऊपर के निवेशकों को अतिरिक्त ब्याज दर मिलती है।
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80 साल से अधिक उम्र वालों को “सुपर सीनियर सिटीजन” कहा जाता है और उन्हें सबसे अधिक रिटर्न दिया जाता है।