छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई में इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। खुर्सीपार क्षेत्र में कुछ निर्दयी लोगों ने एक बेजुबान कुत्ते के हाथ-पैर बांधकर उसे बोरी में भरकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। ट्रेन की चपेट में आने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई। स्थानीय लोग इस क्रूर घटना से सदमे में हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही और पुलिस की कार्रवाई
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यह घटना 22 मार्च (शनिवार) की बताई जा रही है।
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जब तक किसी ने कुत्ते को देखा, उसकी बॉडी दो टुकड़ों में कट चुकी थी।
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घटना की सूचना मिलते ही PFA (पीपल फॉर एनिमल्स) के सदस्य थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दर्ज कराई।
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पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कुछ संदिग्धों की पहचान की जा रही है।
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सूत्रों के मुताबिक, “डेरा बस्ती” में कुछ नशेड़ी और अपराधी प्रवृत्ति के लोग रहते हैं, जिन पर शक जताया जा रहा है।
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जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की उम्मीद है।
भारत में पशु क्रूरता के खिलाफ सख्त कानून
भारत में पशु क्रूरता रोकने के लिए सख्त कानून मौजूद हैं, जिनमें शामिल हैं:
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पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960
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भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 325
हालांकि, इस तरह की घटनाओं में पुलिस की धीमी कार्रवाई पर सवाल उठते रहे हैं। PFA ने FIR दर्ज कराने की मांग की है और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की अपील की है।
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PFA की मांग
✔ दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो।
✔ पशु क्रूरता रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं।
✔ प्रशासन ऐसे मामलों को हल्के में न ले और सख्त कार्रवाई करे।
✔ समाज को जागरूक किया जाए और पशुओं के प्रति दया भाव बढ़ाया जाए।
“इस घटना ने समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और हिंसा को उजागर किया है। दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”